शिक्षा में अभिभावकों का योगदान जरूरी
फूलपुर। बच्चों को शिक्षित करने में निश्चित तौर पर शिक्षकों का अपना महत्व है लेकिन
बच्चों को शिक्षित करने में निश्चित तौर पर शिक्षकों का अपना महत्व है लेकिन अभिभावकों के विशेष योगदान को महत्वहीन नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि वहीं है जो परवरिश, परिवेश और परवाह करते हैं। उनको चाहिए कि इन्हे संस्कार और अनुशासन में प्रवीण करें। उक्त बातें क्षेत्र के बौड़ई स्थित संस्कार पब्लिक स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह को बतौर मुख्य अतिथि एचआरई के कार्यवाहक निदेशक डा. दिलीप जाटकर ने कहीं। उन्होंने कहा कि विद्यालय को एक परिवार की तरह प्रस्तुत करना चाहिए। विद्यालय के संस्थापक इंजी. टीएन तिवारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की बिल्कुल भी कमी नही है। नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी के बच्चों ने रोली पोली, आईएमसो हैप्पी, ओल्ड मैक डोनाल्ड शीर्षक पर बेहतरीन नृत्य किया। इसके बाद जूनियर और सीनियर सेक्शन के बच्चों ने विभिन्न राज्यों के जैसे गरबा, वाद्य मुरली, भांगडा, राजस्थानी कालबेलिया, कव्वाली, डोगरी लोकनृत्य प्रस्तुत किया। हिन्दी लघुनाटिका, राजेश खन्ना थीम पर हास्य नाटिका ने सबको खूब हंसाया। कार्यक्रम का विजेता यलो हाउस को घोषित किया गया। बेस्ट विषय शिक्षक पुरस्कार ऋषि कुमार विश्वकर्मा, स्कूल प्राइड पुरस्कार कुलदीप सिंह को मिला। संचालन हिन्दी में आयुष पाण्डेय, मो.हस्सान, अंग्रेजी में छवि साहू, समृद्धि जायसवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य अजय प्रसाद व मुख्य प्रबंधकर्ता राकेश पाण्डेय ने किया।
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