Hindi NewsUttar-pradesh NewsGangapar NewsImmersion of mother statues in Shringverpur

शृंग्वेरपुर में मां की प्रतिमाओं का विसर्जन

Gangapar News - - एसएसपी ने विसर्जन स्थल का किया दौरा, दिए जरूरी दिशा निर्देश

Newswrap हिन्दुस्तान, गंगापारMon, 26 Oct 2020 11:50 PM
share Share
Follow Us on

लालगोपालगंज कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र के पंडालों में स्थापित दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन रविवार से ही शुरू हो गया, जो दूसरे दिन सोमवार तक चलता रहा। गंगा मैली न हो इसके लिए विभिन्न स्थानों पर प्रशासन की ओर से श्रृंग्वेरपुर के गऊघाट के पास कृत्रिम पोखर का निर्माण कराया था, जहां सैकड़ों की संख्या में आए भक्तों ने अबीर-गुलाल और गाजे-बाजे संग जयकारा लगाते माता रानी की प्रतिमाओं को विसर्जित किया।

लालगोपालगंज स्थित आशीर्वाद दुर्गा पूजा कमेटी, नव युवक दुर्गा कमेटी काली मंदिर, मनीलाल इदारा, पलएं, मलंग की तकिया, सोनवर्षा, भगौतीपुर, व भगौतीपुर अहिरान, गायत्री नगर, मटियारा, कमालापुर, श्रृंग्वेरपुर, बिजलीपुर, बांधपुर , इब्राहिमपुर आदि गांव की समितियों ने बैंडबाजों के साथ विसर्जन यात्रा निकाली, जो नगर व गांव के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। इसमें भक्त माता का जयकारा लगाते हुए नाचते-गाते घाट पहुंचे। प्रशासन द्वारा वहां पर बनाए गए कृत्रिम पोखर में पूरी श्रद्धा के साथ दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया। क्षेत्र के जीत का पूरा व अंधियारी गांव की पूजा समितियों के पदाधिकारी व श्रद्धालु डीजे की धुन पर थिरकते हुए नहर तक पहुंचे। प्रतिमाओं को गांव के पास भदरी रजबहा में विसर्जित किया। घाट पर श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसलिए एएसपी अशोक वेंकट, तहसीलदार अजीत प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर नवाबगंज सुरेश सिंह, अधिशासी अधिकारी लालगोपालगंज प्रदीप मिश्र, राजस्व निरीक्षक कपिल मिश्र, एसएसपटेल, चौकी प्रभारी लालगोपालगंज आसुतोष तिवारी, चौकी प्रभारी श्रृंगवेरपुर अजय सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

- विसर्जन स्थल का एसएसपी ने किया निरीक्षण

श्रृंग्वेरपुर के गऊघाट पर बने विसर्जन स्थल का एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने दौरा किया। घाट पर पहुंच कर वहां मौजूद अधिकारी से जानकारी हासिल किया। विसर्जन स्थल पर पहुंचने और विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए एसएसपी ने दिशा निर्देश भी दिए

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें