स्मृति वाटिकाओं में पौधे नदारद, देखरेख का अभाव
Gangapar News - उरुवा, हिन्दुस्तान संवाद। सरकार पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से ब्लॉक के अनेक ग्राम

सरकार पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से ब्लॉक के अनेक ग्राम पंचायतों में स्मृति वाटिका का निर्माण कराया है। जो देखरेख के अभाव में अपनी स्मृति खोती जा रही हैं। वहीं करोड़ों खर्च के बाद भी अधिकारियों और जिम्मेदारों की लापरवाही से सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लग रहा है। विकास खंड क्षेत्र उरुवा के नौ ग्राम पंचायतों में स्मृति वाटिकाओं का निर्माण पूरा हो चुका है। जिसमें अधिकतर स्मृति वाटिका में लगे पौधे बिना देखभाल के आधे से ज्यादा सूख गए हैं जो पौधे बचे हैं देखरेख के अभाव में सूखते जा रहे हैं। उरुवा ब्लाक के औंता, अमिलिया कलां, मदरा मुकुंद पुर, सिकटी, बरी, पट्टीनाथ राय, कठौली, खानपुर तथा रामनगर में स्मृति वाटिकाओं को तैयार किया गया है।
जिसमें छायादार तथा औषधीय गुणों से युक्त पौधे लगाए गए थे। ग्राम पंचायत सिकटी और अमिलिया कलां तथा मदरा मुकुंदपुर सहित अनेक ग्राम पंचायतों में स्मृति वाटिकाओं में लगे पौधे अधिकतर बिना देखभाल के सूख चुके हैं,बचे हुए पौधे भी इस तपती धूप में सूख रहे हैं। ग्राम पंचायत रामनगर में तैयार स्मृति वाटिका अब अपनी भव्यता से ग्रामीणों को आकर्षित कर रही है। रामनगर गांव के प्रधान प्रतिनिधि नीरज सिंह यादव ने बताया कि रामनगर की स्मृति वाटिका में दूसरे कई प्रांत से औषधीय गुणों के पौधे व पुष्प मंगाकर लगाए गए हैं। माली से पौधरोपण व देखरेख तथा प्रतिदिन सिंचाई कराई जा रही है। तालाब से सटकर बने उक्त स्मृति वाटिका को शहीद सुखदेव के सम्मान में नामकरण किया गया है। रामनगर की स्मृति वाटिका में मवेशियों से सुरक्षित रखने एवं भव्यता बनाने के लिए तार की बाउंड्रीवॉल बनाकर तिरंगे के रंग में पेंट कराया गया है।
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