100 बोरी डीएपी और 1000 किसान, कैसे बांटे खाद
बारा/शंकरगढ़ में डीएपी खाद की भारी कमी है जिससे किसान और समिति संचालक परेशान हैं। जोरवट समिति के अध्यक्ष रामबाबू सिंह ने बताया कि 1000 किसानों के लिए केवल 100 बोरी खाद उपलब्ध है। कई समितियों में वितरण...
बारा/शंकरगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र में डीएपी खाद का टोटा इस कदर है कि किसान और समिति संचालक दोनों परेशान हैं। किसान साधन सहकारी समिति जोरवट शंकरगढ़ संचालक मंडल के अध्यक्ष रामबाबू सिंह ने बताया कि उनके समित में काफ़ी इंतजार के बाद सोमवार को मात्र 100 बोरी डीएपी आई है। समिति के अंदर लगभग 10 राजस्व गांव आते हैं। सभी गांवों मे मिलाकर लगभग 1000 किसान उपभोक्ता हैं। यदि एक किसान को एक बोरी खाद वितरण किया जाए तो महज 100 किसानों को ही खाद उपलब्ध कराई जा सकती है। बाकी 900 किसानों को बिना खाद के वापस जाना पड़ेगा।
डीएपी वितरण का यह हाल है कि जसरा समिति में देर शाम तक सचिव द्वारा खाद का वितरण किया गया। विभाग द्वारा डीएपी आपूर्ति का वादा किया जा रहा है परंतु आसानी से किसानों तक डीएपी खाद नहीं पहुंच रही है। विकास खंड शंकरगढ़ की समितियों में दो दिन पूर्व डीएपी खाद नदारत थी परंतु सोमवार एवं मंगलवार को शंकरगढ़ क्षेत्र के साधन सहकारी समिति जोरवट, शिवराजपुर, बड़गड़ी, जोरवट, गोइसरा, अकौरिया, अतरसुइया, नौढ़िया उपहार आदि समितियों में सौ-दो सौ बोरी डीएपी की बोरी भेजी गई है।
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