बोलनधाम तालाब को हड़पने की लगी होड़

स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते प्राचीन बोलन धाम का अस्तित्व खतरे में पहुंच गया है। बोलनधाम के आसपास बसे लोग बोलनधाम के चमत्कारी सरकारी तालाब व...

Newswrap हिन्दुस्तान, गंगापारWed, 12 May 2021 03:30 PM
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मेजा। हिन्दुस्तान संवाद

स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते प्राचीन बोलन धाम का अस्तित्व खतरे में पहुंच गया है। बोलनधाम के आसपास बसे लोग बोलनधाम के चमत्कारी सरकारी तालाब व इस तालाब तक पहुंचने वाले रास्ते को बंद कर दे रहे हैं, जिससे लोगों को तालाब तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

मेजा पहाड़ी पर स्थित प्राचीन महाभारत काल से जुड़ा तालाब है। यह तालाब कागजी आकड़ों में लगभग बीस बीघे का है। किवदंतियों कई तरह की हैं लेकि नमेजा खास के संतोष गुप्ता ने बताया कि महाभारत काल में गांडीवधारी अर्जुन ने अपने बाण से मेजा पहाड़ी के बोलन धाम के पास पाताल को तोड़ डाला था। उसी समय से पानी की तेज धार पाताल से निकल पड़ी थी। यह पानी अक्सर निकलता रहता है। यही पानी बीस बीघे के तालाब में पहुंचता रहता है जिससे गर्मी के दिनों में भी पानी बना रहता है। इस प्राचीन तालाब को लोग हड़पने की नियत से तटबंध को काटकर अपना छप्पर चढ़ा ले रहे हैं। जगह-जगह बबूल तथा बेर के कांटे रख रास्ते को अवरुद्ध कर रखा है। मेजा खास बाजार के अधिकांश लोग इसी तालाब पर तर्पण पिंडदान का कार्यक्रम करते हैं। इन अवैध अतिक्रमणकारियों की वजह से लोगों को श्राद्ध कार्यक्रम करने में दिक्कतें उठानी पड़ रही है।

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