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यूपी में घूम रहा लड़कों सें संबंध बनाने वाली लड़कियों का गैंग, पुलिस ने दो को पकड़ा, दो की तलाश

दिल्ली की लड़कियों के एक ऐसे गैंग तक यूपी की आगरा पुलिस पहुंची है जो लड़कों से जान पहचान करती हैं। लड़कों के साथ एक लड़की संबंध बनाती है। अन्य लड़कियां इसकी रिकॉर्डिंग कर लेती हैं।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानWed, 30 Oct 2024 11:15 PM
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दिल्ली की लड़कियों के एक ऐसे गैंग तक यूपी की आगरा पुलिस पहुंची है जो लड़कों से जान पहचान करती हैं। लड़कों के साथ एक लड़की संबंध बनाती है। अन्य लड़कियां इसकी रिकॉर्डिंग कर लेती हैं। लड़के पर रेप का आरोप लगाती है और रुपए मांगती हैं। रुपए मिल गए तो ठीक नहीं तो रेप में जेल भेज देती हैं। इस गैंग तक पुलिस आगरा में कटरा वजीर खां (एत्मादुद्दौला) के अजय तोमर के रेप के आरोप में जेल जाने के बाद पहुंची है। इससे पहले भी इसी तरह के एक गैंग का पुलिस ने खुलासा करते हुए जेल भेजा था। तब अधिवक्ता इस गैंग के झांसे में आ गया था। लोगों का मानना है कि इस तरह के कई मामले हो सकते हैं। कई लोग बेइज्जती के डर से पैसे देकर मामला खत्म कर लेते हैं।

नए मामले में जिस अजय के केस के बाद पुलिस पहुंची है उसके खिलाफ नौ अक्तूबर को एक युवती ने मुकदमा लिखाया था। अपना नाम सोनी वाल्मीकि बताया था। पुलिस ने दिल्ली की दो युवतियों को पकड़ा है। आगरा की एक युवती की तलाश की जा रही है। मुकदमा लिखाने में जिसने भूमिका निभाई उससे भी पुलिस पूछताछ करेगी।

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि एत्मादुद्दौला थाने में एक युवती पहुंची। खुद को फिरोजाबाद निवासी बताया। आरोप लगाया कि अजय तोमर ने उसे बेहोश करके उसके साथ दुराचार किया है। वह उसके घर काम करने गई थी। पुलिस ने तहरीर पर मुकदमा लिखा। युवती के बयान दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।

आरोपित युवक के परिजन पुलिस से मिले। पुलिस को कुछ कॉल रिकार्डिंग दीं। बताया कि उनके बेटे को फंसाया गया है। पहले 15 लाख रुपये मांगे गए। अब पांच लाख रुपये की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि रकम मिलते ही समझौता हो जाएगा। रिकार्डिंग सुनकर पुलिस हैरान रह गई।

पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू की। छानबीन में पता चला कि पीड़िता फिरोजाबाद की निवासी नहीं है। सोनी वाल्मीकि नाम भी फर्जी है। उसका असली नाम शाइस्ता परवीन है। वह दिल्ली से आई थी। टीपी नगर निवासी तनु की बहन दिल्ली में नौकरी करती है। बहन के जरिए उसकी पहचान शाइस्ता परवीन और ज्योति से हुई।

ज्योति ने प्लान बनाया। तनु पहले से अजय तोमर को जानती थी। उसने उसकी पहचान सोनी उर्फ शाइस्ता से करा दी। दोनों के बीच जो कुछ हुआ सहमति से हुआ। उसके बाद उसने 15 लाख रुपये की डिमांड शुरू कर दी।

डीसीपी सिटी ने बताया कि अजय के परिजनों को समझौते के लिए दीवानी बुलाया गया था। पुलिस पहले से युवतियों की तलाश में जुटी थी। पुलिस बयान दर्ज करने की बोलकर सोनी उर्फ शाइस्ता और ज्योति को थाने लेकर आई। महिला पुलिस कर्मियों ने उनसे पूछताछ की। कुछ ही देर में हकीकत सामने आ गई।

दुराचार के मुकदमे में युवती और उसकी सहेली को जेल भेजा जाएगा। आगरा निवासी तनु की तलाश की जा रही है। इस पूरे खेल में एक और युवती का नाम प्रकाश में आया है। उसने मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस पर दबाव बनाया था।

पहले भी पकड़ा गया था गैंग

इसी तरह का एक गैंग पहले हरीपर्वत थाने में पकड़ा गया था। उसमें अधिवक्ता भी शामिल थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। युवती ने युवक को जाल में फंसाया था। उसे मिलने के लिए होटल में बुलाया था। उसके बाद दुराचार का आरोप लगाया था। ऐसा ही एक मामला सिटी जोन में एक थाना क्षेत्र में हुआ है। होटल में दुराचार का मुकदमा लिखाया गया है। शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है।

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