Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Fraud name an industrialist in UP fraudsters transferred two crore 70 lakh from GM to two accounts in Hyderabad

यूपी में उद्योगपति के नाम पर ठगी, हैदराबाद के दो खातों में जालसाजों ने जीएम से ट्रांसफर कराए 2.70 करोड़

  • उद्योगपति अमर तुल्सयान के नाम पर कंपनी के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये हैदराबाद के दो बैंक खाते में मंगाए गए थे। हैदराबाद में ​स्थित यश बैंक में 13 नवंबर को 90 लाख और 14 नवंबर को आईसीआईसीआई बैंक में 1.80 करोड़ रुपये जालसाजों ने ट्रांसफर कराया था।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाताSat, 16 Nov 2024 09:21 PM
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उद्योगपति अमर तुल्सयान के नाम पर कंपनी के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये हैदराबाद के दो बैंक खाते में मंगाए गए थे। हैदराबाद में ​स्थित यश बैंक में 13 नवंबर को 90 लाख और 14 नवंबर को आईसीआईसीआई बैंक में 1.80 करोड़ रुपये जालसाजों ने ट्रांसफर कराया था। थाने की जांच में यह बात सामने आई है। दोनों बैकों को नोटिस भेजकर खाताधारकों का विवरण मांगा है।

दोनों बैंकों के खाते से रुपये जाने के बाद तत्काल उसे प​श्चिम बंगाल, झारखंड और राजस्थान के 10 से अ​धिक बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया। यहां के बैंकों से साइबर थाने की पुलिस ने खाताधारकों का विवरण मांगा था। शनिवार को कुछ खाताधारकों का विवरण पुलिस के पास आया है। जिसके आधार पर खाताधारकों से संपर्क भी साधा गया। कुछ बैंकों से बातचीत के बाद रकम होल्ड करने की भी बात चल रही है। अभी तक 45 लाख रुपये बैंकों में होल्ड भी कराए गए हैं।

अमर तुल्सयान की डीपी लगाकर जीएम के मोबाइल पर वाट़सएप मैसेज लखीमपुर ​खीरी के एक व्य​क्ति के नंबर से किया गया था। सर्विलांस की मदद से उस व्य​क्ति की पहचान कर साइबर थाने की एक टीम लखीमपुर खीरी रवाना हुई। वहां टीम गोपनीय ढंग से काम कर रही है। अभी तक वाट्सएप पर मैसेज भेजने वाले व्य​क्ति तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।

मैसेज कर कहा नंबर सेव कर लो, मैंने कर लिया

जीएम रमेश कुमार ने बताया कि 13 नवंबर को मेरे वाट्सएप पर निदेशक अमर तुल्सयान का फोटो लगा हुआ मैसेज आया। जिसमे लिखा था कि यह मेरा नंबर नंबर सेव कर लो। उस नंबर को मैंने सेव कर लिया। इसके बाद चैटिंग हुई, जिसमे लिखा गया कि मैं एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं, इससे संबं​धित कागजात आपको भेज दूंगा। यह बताने के बाद यश बैंक का खाता नंबर भेजा गया, जिसमे 90 लाख रुपये ट्रांसफर करने का निर्देश आया। दूसरे दिन 14 नंवबर को भी उसी नंबर से एक और खाता नंबर भेजा गया, जिसमे 1.80 लाख रुपये भेजने का निर्देशन आया। निर्देश का पालन करते हुए मैंने ऑफिस के कर्मचारी नागेंद्र शुक्ला से नेट बैंकिंग के जरिए रुपये ट्रांसफर करवाया।

निदेशक ने कहा मैंने नहीं किया मैसेज

14 नंवबर को निदेशक अमर तुल्सयान से बात हुई, उन्होंने बताया कि ऐसा कोई निर्देशन मैंने नहीं दिया। किसी अन्य व्य​क्ति ने आपके नंबर पर मेरा फोटो लगाकर किसी अन्य व्य​क्ति ने बड़ा स्कैम किया है। यह सुनकर मेरा होश उड़ गया।

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