पूर्व डीजीपी की बहू फरार, घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा, लखनऊ नामी स्कूल CMS में गबन का आरोप
- लखनऊ के नामी स्कूल सिटी मान्टेसरी स्कूल की पूर्व प्रधानाचार्या और पूर्व डीजीपी बीएस बेदी की बहू साधना बेदी संस्थान के लाखों हड़पकर फरार हैं। उनका घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर दी गई है।
लखनऊ के नामी स्कूल सिटी मान्टेसरी स्कूल की पूर्व प्रधानाचार्या और पूर्व डीजीपी बीएस बेदी की बहू साधना बेदी संस्थान के लाखों हड़पकर फरार हैं। उन्हें भगोड़ा घोषित होने के बावजूद हाजिर न होने पर एसीजेएम शीतल प्रियदर्शी ने नोटिस प्रकाशन की कार्रवाई का आदेश दिया है। उनकी गाजियाबाद स्थित घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर दी गई है। मामले की अगली सुनवाई चार सितम्बर को होगी।
दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 (कुर्की की अवधारणा) के तहत कार्रवाई पर भी कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर अधिवक्ता जीपी सिंह चौहान ने कोर्ट में अर्जी देकर कहा कि पांच जनवरी 2019 को आरोपियों के विरुद्ध समन जारी किए गए थे। आरोप लगाया कि अभियुक्ता साधना बेदी उर्फ साधना चूड़ामणि पूर्व डीजीपी बीएस बेदी की बहू होने के साथ वरिष्ठ आईपीएस आरपी सिंह के साले की पत्नी है। इस वजह से पुलिस गैर जमानती वारंट का तामील नहीं कर न्यायिक प्रक्रिया बाधित कर रही है। अदालत को बताया गया कि साधना की ओर से बीती दो जुलाई को अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन सत्र न्यायाधीश ने छह जुलाई को उनकी अर्जी खारिज कर दी है।
गाजिबाद स्थित आवास पर कुर्की नोटिस चस्पा
कोर्ट में दी गई अर्जी में कहा गया है कि अभियुक्ता साधना बेदी देश छोड़कर विदेश भाग सकती हैं। इसके पहले दो जुलाई को कोर्ट ने साधना को भगोड़ा घोषित करने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 के तहत कार्रवाई का आदेश दिया था। जिस पर पुलिस ने कोर्ट को बताया था कि अभियुक्ता के गाजियाबाद स्थित मकान पर धारा 82 की नोटिस चस्पा की गई। यह भी कहा है कि धारा 82 की कार्यवाही के लिए घर दबिश दी गई तो उनका पता नहीं चला। इस पर दो गवाहों की उपस्थिति में डुगडुगी बजवाई गई।
सीएमएस कर्मचारी ने दर्ज कराया था केस
पत्रावली के अनुसार साधना बेदी, शीतला सहाय लैब असिस्टेंट पर सीएमएस स्कूल के कर्मचारी संतोष तिवारी ने 16 मई 2018 को ठाकुरगंज थाने में धोखाधड़ी, कूटरचना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके मुताबिक इंद्रजीत अरोड़ा ने स्कूल प्रबंधक को शिकायत की थी कि साधना विद्यालय के नाम पर लोगों से धन उधार ले रही हैं और वापस नहीं कर रही हैं। इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन ने जांच कराई तो पता चला कि साधना बेदी ने कई लोगों से झूठ बोलकर ऋण के रूप में धन प्राप्त किया। जांच के दौरान सामने आया कि साधना ने विभिन्न व्यक्तियों से लाखों रुपए विद्यालय के नाम पर अवैध रूप से प्राप्त किए हैं।