50 फीट तक लपटें, 13 धमाके, कानपुर गल्लामंडी में आग की तबाही ने उजाड़ दिया कारोबार
यूपी में कानपुर की कलक्टरगंज गल्ला मंडी में मंगलवार को लगी भीषण आग में 150 दुकानें राख हो गईं। बाजार को खासा नुकसान हुआ, कई लोग झुलसे भी। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद भीषण आग पर काबू पाने का प्रयास किया।

यूपी में कानपुर की कलक्टरगंज गल्लामंडी में मंगलवार को लगी भीषण आग में 150 दुकानें राख हो गईं। आग के बाद हुए धमाकों से आसपास के लोग घरों को छोड़कर नीचे उतर आए। पहला धमाका 2:51 बजे केमिकल के ड्रम में हुआ। पहले तो लोग समझ ही नहीं सके कि क्या हुआ। जब लोग घरों से बाहर निकले तो धुआं उठता देखा। पहला धमाका होने के आधे घंटे के अंदर एक के बाद एक करीब 12 धमाके हुए जिससे आसपास के लोग दहल गए। शाम 5:30 बजे अंतिम धमाका हुआ जिससे घटनास्थल पर जमा लोगों के बीच भगदड़ मच गई। इस तरह कुल 13 धमाके हुए। आग की लपटें आसमान में 50 फीट तक ऊपर उठ रही थीं। लगातार हो रहे धमाकों के चलते आसपास की 14 बिल्डिंगों से लोग परिवार संग नीचे उतर आए। आग ने तीन पीढ़ियों से जमे रोजगार को उजाड़ दिया। आग का तांडव कुछ ठंडा पड़ने के बाद दुकानदार अपना बचाखुचा माल, खाताबही और गल्ला देखने पहुंचे तो वहां कुछ नहीं था। सब कुछ आग लील चुकी थी। बचा था तो तबाही का वह मंजर जिसे देखने के बाद आंखों से आंसुओं की धारा फूट पड़ी। हम बात कर रहे हैं उन दुकानदार, आढ़तियों और ट्रांसपोर्टर्स की जिनका इस आग ने सब कुछ तबाह कर दिया।
रुई और मिर्च के गोदाम की आग बुझाने में हुई परेशानी
अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि रुई के गोदाम और मिर्च की आढ़त में लगी आग को बुझाने में काफी समस्या आयी। रुई के गोदाम में लगी आग रह रहकर धधक रही थी जबकि मिर्च की आढ़त में लगी आग भस के चलते बुझाने में दिक्कत आ रही थी।
तमाशबीन बनाते रहे वीडियो, राहत कार्य में बने बाधा
आग का धुआं आसमान में छा गया। दूर तक यह दिखाई दे रहा था। ऐसे में आसपास के लोगों के साथ ही दूर दराज से भी यहां लोग आकर आग की घटना को देखने पहुंचे। इन तमाशबीनों की वजह फायर ब्रिगेड को राहत एवं बचाव कार्य में काफी समस्या का सामना करना पड़ा। पुलिस के संभाले भी यह लोग नहीं संभल रहे थे। वीडियो बनाने कुछ लोग आग के पास तक पहुंच गए। जैसे ही विस्फोट हुआ तो लोग भागने लगे।
गलियों की वजह से लगाने पड़े हौज रोल
कलक्टरगंज गल्लामंडी में जाने वाला रास्ता संकरा है। वहीं दुकानों के बाहर सामान लोडिंग और अनलोडिंग के लिए खड़े वाहनों की वजह से यहां निकलना मुश्किल होता है। बाजार के अंदर दुकानें संकरी गलियों में हैं। जिसकी वजह से आग लगने के बाद दमकल की गाड़ियां बाजार में दाखिल नहीं हो सकीं। जिस कारण दमकल कर्मियों ने हौज रोल लगाकर आग बुझाने का कार्य किया।
बम विस्फोट जैसा विस्फोट
बाजार में खाली पीपे का काम करने वाले आकाश पोद्दार ने बताया कि जिस वक्त आग लगी, वह बाजार में मौजूद थे। अचानक ऐसा धमाका हुआ, जैसे कोई बम विस्फोट हुआ हो। हादसे में उनकी दो स्कूटी जलकर राख हो गई। बाजार के अन्य दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। वहीं, सिविल डिफेंस की टीम ने डटकर आग का सामना किया। इस दौरान टीम ने भीड़ को किनारे कर राहत व बचाव कार्य किया।