पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर पहला ऐक्शन, हटाए गए इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी
- लखनऊ में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर पहला ऐक्शन हुआ है। पुलिस निरीक्षक समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही चिनहट थाने के इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार चतुर्वेदी को हटा दिया गया है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को पुलिस हिरासत में हुई कारोबारी की मौत के मामले में पहला ऐक्शन हुआ है। चिनहट थाने के इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार चतुर्वेदी को हटा दिया गया है। उनकी जगह सब इंस्पेक्टर भरत पाठक को थाने का चार्ज सौंप गया है। इसके अलावा कई अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। माना जा रहा है कि अभी कई और पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है। वहीं दूसरी ओर पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर सियासत भी गर्मा गई है। रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर प्रियंका गांधी और मायावती ने अलग-अलग ट्वीट किए। अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा तो प्रियंका गांधी ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। मायावती ने भी पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर कड़ी निंदा की।
क्या है पूरा मामला
देवा रोड जैनाबाद निवासी कपड़ा कारोबारी मोहित पाण्डेय (32) का पैसे के लेनदेन में अपने पूर्व कर्मचारी आदेश सिंह से कहासुनी हो गई थी। आदेश की शिकायत पर बीते शुक्रवार को पुलिस ने मोहित और उसके बड़े भाई शोभाराम को लॉकअप में बंद कर दिया था। आरोप है कि रात में उन्हें जमकर मारा-पीटा गया जिससे मोहित की तबीयत बिगड़ गई और शनिवार सुबह अस्पताल ले जाने पर उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मंत्री के आवास के बाहर शव रखकर परिजनों ने किया प्रदर्शन
चिनहट थाने के लॉकअप में व्यवसायी मोहित पांडेय की मौत के मामले में रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने गोमतीनगर में मंत्री आवास के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने कइयों को थप्पड़ों और घूंसे से जमकर पीटा। मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक योगेश शुक्ल ने मृत कारोबारी के परिजनों को फौरी तौर पर एक लाख रुपए दिए और हरसंभव मदद के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया।