बोले फिरोजाबाद: सेवा के काम में सम्मान है बेहद जरूरी
Firozabad News - नर्सिंग स्टाफ अस्पताल के मरीजों की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन उन्हें सम्मान नहीं मिलता। तीमारदारों के दवाब और गलत व्यवहार का सामना करते हुए भी ये नर्सें हर मरीज को परिवार के सदस्य...
आप भले ही किसी अस्पताल में जाएं। प्राइवेट हो या सरकारी। चिकित्सक आपको एक बार देख कर दवाइयां लिख देंगे। इसके बाद में उन दवाइयों को वक्त पर देने की जिम्मेदारी वहां के नर्सिंग ऑफीसर ही निभाते हैं। एक-एक मरीज को वक्त पर दवा देने की बड़ी जिम्मेदारी होती है तो हर मरीज की निगरानी की भी। मरीज की हालत में अगर कोई स्थिति खराब होती है तो तीमारदार नहीं पकड़ पाते हैं, बल्कि नर्सिंग स्टाफ ही इस स्थिति में सबसे पहले चिकित्सक को खबर कर मरीजों के इलाज के लिए बुलाती हैं। नर्सिंग स्टाफ के समक्ष आम तौर पर समस्याएं हैं, लेकिन बस इन्हें सबसे ज्यादा दरकार है तो सेवा के बदले मिलने वाले सम्मान की।
हिन्दुस्तान के बोले फिरोजाबाद के तहत स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित जिला अस्पताल के सौ शैय्या वार्ड में कार्य करने वाले स्टाफ संग संवाद किया तो अपने कार्य को लेकर नर्सिंग स्टाफ में काफी स्वाभिमान झलका। चेहरे पर एक आत्मविश्वास था कि इनकी सेवा से मरीजों को बेहतर उपचार भी मिला है लेकिन बातचीत के दौरान एक छोटा सा दर्द भी दिखा कि काम की तुलना में इन्हें सम्मान नहीं मिलता है। यह मरीजों को परिवार के सदस्य की तरह मान कर सेवा करते हैं, लेकिन कई बार तीमारदारों का व्यवहार ठीक नहीं होता है। तीमारदारों के द्वारा अपने मरीज के इलाज को लेकर दबाव बनाया जाता है, जबकि नर्सिंग ऑफीसर के लिए वार्ड के सभी मरीज समान होते हैं तो उन्हें उनका भी ध्यान रखना चाहिए। वहीं इसके साथ में थोड़ा सा अन्य स्टाफ कोऑर्डीनेशन बेहतर करे। हर वक्त हर तरह के मरीजों के संपर्क में आने वाले नर्सिंग स्टाफ को अपनी सेहत का भी ध्यान रखना पड़ता है। कोरोना काल में अपनी सेवा को याद करते हुए नर्सिंग ऑफीसर कहते हैं उस वक्त कई बार तीमारदार अपने मरीज के पास जान से कतराते थे, लेकिन नर्सिंग स्टाफ वक्त पर दवा के साथ अन्य उपचार का पूरा ध्यान रखता। सेवा प्रदाता के बजाए स्थायी किया जाए स्टाफ को कई नर्सिंग स्टाफ सेवा प्रदाता के जरिए काम कर रहे हैं। इनके द्वारा भी पूरे सेवा भाव से ही मरीजों का इलाज किया जाता है। हर तरह के मरीजों की देख-रेख के वक्त जितना खतरा अन्य नर्सिंग ऑफीसर को होता है, उतना ही खतरा इन्हें भी होता है, लेकिन सेवा प्रदाता के अधीन कार्य करने के कारण इन्हें सेवा प्रदाता भी कई बार नौकरी से हटाने का खौफ दिखाता है तो इस सबके बीच में इन्हें हर वक्त अपने भविष्य की भी चिंता सताती रहती है। समान कार्य को देख स्वास्थ्य क्षेत्र में कम से कम स्वास्थ्य विभाग को सेवा प्रदाता का विकल्प हटा कर स्थायी नियुक्ति करनी चाहिए। मन की बात हम लेबर रूम इंचार्ज के रूप में कार्य करते हैं। हर मरीज हमारे लिए महत्वपूर्ण है तो हर मरीज के लिए नर्स भी उतनी ही महत्वपूर्ण। नर्सिंग स्टाफ अस्पताल की रीढ़ की हड्डी होता है। हमने वो वक्त भी देखा है, जब चिकित्सकों की कमी पर नर्स ही अस्पताल का संचालन कर रही थी। -सुरभि वंशवाल चिकित्सक के मरीज को देखने के बाद में मरीज एवं तीमारदार सीधे तौर पर हर वक्त नर्सिंग स्टाफ के साथ में ही रहते हैं। इस दौरान कुछ तीमारदारों के द्वारा जो सम्मान दिया जाना चाहिए, वो तो छोड़िए। नर्सिंग स्टाफ पर आरोप भी लगा दिए जाते हैं। -महेश्वरी नर्सिंग स्टाफ अपना पूरा काम ईमानदारी से करता है, लेकिन इसके बाद भी कई तीमारदार आकर अपने मरीजों को लेकर नर्सिंग स्टाफ को तनाव देते हैं। तीमारदारों को समझना चाहिए कि नर्सिंग स्टाफ के लिए हर मरीज महत्वपूर्ण है तथा सभी का ध्यान रखने की जिम्मेदारी है। -रिचा नर्सिंग डे पर काफी सम्मान मिलता है, लेकिन नर्सों को साल के 365 दिन सम्मान मिलना चाहिए। नर्स मरीजों का इलाज करने में अपना पूरा जोर लगा देती हैं, लेकिन इसके बाद भी कुछ तीमारदार गलत व्यवहार करते हैं। उनको भी सोचना चाहिए हम भी इंसान हैं। -राधा रानी नर्सिंग स्टाफ को विशेष सम्मान के भाव से देखना चाहिए। जब मरीज के भर्ती होने पर कई बार परिवार के लोग व्यस्तता के चलते समय नहीं दे पाते तो नर्सिंग स्टाफ ही परिवार से बेहतर देख-रेख करता है। दवा से लेकर हर चीज का ध्यान रखते हैं। 24 घंटे मरीज की सेवा करत हैं। -कल्पना नर्सिंग स्टाफ इलाज की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। चिकित्सकों के परामर्श के बाद मरीजों का पूरा इलाज नर्सिंग स्टाफ की देख-रेख में ही चलता है। इस स्थिति में नर्सिंग स्टाफ को भी सम्मान की नजर से देखना चाहिए। साथ ही सरकार को हमें भी स्थाई कर देना चाहिए। -निकेता पचौरी आज समाज को समझना होगा कि एक मरीज की देखभाल के लिए नर्स कितनी जरूरी है। बगैर नर्सिंग स्टाफ अस्पताल का संचालन भी नहीं हो सकता है। इस स्थिति में नर्सिंग स्टाफ को यथोचित सम्मान न मिलने पर पीड़ा होती है। -सविता नर्सिंग स्टाफ ही मरीज की पूरी देखभाल करता है। नर्सिंग स्टाफ मरीज की एक परिवार के सदस्य की तरह सेवा करते हैं। इसके बाद भी कई बार तीमारदारों के द्वारा नर्सिंग स्टाफ पर कई तरह के आरोप लगा दिए जाते हैं। तीमारदारों को अच्छा व्यवहार करना चाहिए। -मधुबाला नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य स्टाफ को अलग तरीके से नहीं देखा जाना चाहिए। नर्सिंग स्टाफ की सेवा का मोल सभी को समझना चाहिए। अस्पताल के संचालन में जितना बड़ा योगदान चिकित्सकों का है, उतना ही नर्सिंग स्टाफ का होता है। -वीरेश
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