नवरात्र में किसी मंदिर में नहीं होंगे दर्शन
फिरोजाबाद के किसी भी मंदिर में नवरात्र को लेकर भक्त अपने आराध्य के दर्शन नहीं कर पाएंगे। इसके लिए कोरोना को लेकर सरकार के जारी आदेशों को मंदिरों के महंतों ने स्वीकार कर लिया है। उन्होंने 24 मार्च की...
फिरोजाबाद के किसी भी मंदिर में नवरात्र को लेकर भक्त अपने आराध्य के दर्शन नहीं कर पाएंगे। इसके लिए कोरोना को लेकर सरकार के जारी आदेशों को मंदिरों के महंतों ने स्वीकार कर लिया है। उन्होंने 24 मार्च की शाम से जनता के लिए मंदिरों के पटों को बंद कर दिया जाएगा।
कोरोना को लेकर सुहागनगरी अभी तक महफूज बनी हुई है। यहां पर कोई भी पाजीटिव केस नहीं पाया गया है। लेकिन देशभर और आसपास के जिलों में आ रहे मामलों को लेकर यूपी सरकार द्वारा मंदिरों के महंतों से इस संदर्भ में प्रशासन को चर्चा करने के लिए कहा गया था। थानों पर हुई पीस कमेटी की बैठक में मंदिरों के महंतों को बुलाया गया तो उन्होंने कोरोना को लेकर आमजन की सुरक्षा को देखते हुए अपने परिसरों में होने वाली भीड़ पर अंकुश लगाने की रजामंदी दे दी है।
25 मार्च से लेकर दो अप्रैल तक बंद रहेंगे पट
कोरोना को लेकर नवरात्र यानी 25 मार्च को पहले दिन ही मंदिरों में कोई पूजा-अर्चना नहीं कर पाएगा। मंदिरों के पटों को 24 मार्च की देर शाम से आम लोगों के लिए बंद कर दिया जाएगा। इससे लोगों की भीड़ एकत्रित नहीं होगी तो कोरोना पर चल रही लड़ाई में अहम भूमिका इस बार निभाई जाएगी।
मंदिर महंत ही कर पाएंगे पूजा अर्चना को
मंदिरों में केवल उसके महंत, पुजारी ही पूजा-अर्चना कर पाएंगे। कोरोना को लेकर मंदिरों में कमेटी के पदाधिकारी या उनके परिजन भी प्रवेश नहीं कर पाएंगे। महंतों द्वारा ही सुबह और शाम की आरती, भोग की व्यवस्था की जाएगी।
नेजा चढ़ाने के लिए नहीं आएगी भीड़
इस बार नेजा चढ़ाने पर भी पाबंदी हो गई है। नेजा को लेकर चलने वाली भीड़ पर अंकुश के मद्देनजर इस व्यवस्था को लागू किया है। मंदिरों के पट बंद रहने से भक्त भी नेजा लेकर नहीं आ सकेंगे। नेजा को मंदिरों के परिसरों में ही चढ़ाया जाता है, ऐसे में भक्तों से भी प्रशासन ने संयम बरतने और कोरोना को लेकर चल रही लड़ाई में साथ देने की अपील की है। जिस किसी भक्त ने पोशाक चढाने के लिए नाम लिखा रखा है वह गेट पर आकर अपनी पोशाक देकर जा सकता है।
मंदिरों के आसपास नहीं लगेगा मेला
किसी भी मंदिर के आसपास इस बार नवरात्र का मेला नहीं लगेगा। प्रशासन ने जब यह आदेश दिया तो मंदिरों के आसपास लग रहे झूले उखड़ने शुरू हो गए हैं। कैला देवी मंदिर के पास लगे झूलों को खोलना शुरू कर दिया है। वहीं इस बार नवरात्र में पूजन सामग्री बेचने वालों की बिक्री भी नहीं होगी। दुकानों को वे भी इस दौरान बंद रखेंगे।
ये प्रमुख मंदिर भी बंद रहेंगे
- राज राजेश्वरी केला देवी मंदिर
- प्राचीन बड़ा हनुमान मंदिर
- मां वैष्णो देवी धाम उसायनी
- पसीना वाले हनुमान मंदिर
- बालाजी मंदिर शिकोहाबाद
बोले महंत
- कोरोना को लेकर हम प्रशासन और देश के साथ हैं। हम चाहते हैं कि लोग इस महामारी से बचे रहें और भीड़ भी मंदिर परिसरों में इस बार नहीं हो। इसलिए 25 मार्च से लेकर दो अप्रैल तक प्राचीन बड़े हनुमान मंदिर के पट पूरी तरह बंद रहेंगे।
- जगजीवन मिश्रा, मंदिर महंत
- राजराजेश्वरी केला देवी मंदिर पर इस बार नवरात्र में दर्शन नहीं हो पाएंगे। जिला प्रशासन के अनुरोध के बाद 25 मार्च से लेकर दो अप्रैल तक पटों को पूरी तरह बंद रखा जाएगा। कमेटी के पदाधिकारी भी प्रवेश नहीं कर पाएंगे। कोरोना से बचाने को भीड़ नहीं होगी। नेजा भी इस बार नहीं चढ़ाए जाएंगे।
-मोहन मिश्रा, मंदिर महंत
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