नहीं चलेगी खाने में गुरुजी की मनमानी नहीं, रोस्टर से एमडीएम चखेंगे छात्र-अभिभावक
मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अब स्कूलों में एक नया रोस्टर बनाया जाएगा। सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे भोजन का चखना अनिवार्य करें, जिसमें अध्यापक, प्रबंध समिति के सदस्य और...
अभी तक सुनने को मिलता था कि फलां स्कूल में बच्चों को दूध का वितरण नहीं होता है तो फलां स्कूल में इस सप्ताह फल नहीं बंटे। कभी स्कूल में मीनू के अनुसार भोजन न बनने की भी शिकायतें मिलती थी, लेकिन अब मध्याह्न भोजन में गुरुजी की मनमानी नहीं चलेगी। रोस्टर से स्कूल स्तर पर एमडीएम की गुणवत्ता छात्र अभिभावक जांचेंगे तथा रजिस्टर में दर्ज करेंगे। इस संबंध में सभी खंड शिक्षाधिकारियों को बेसिक शिक्षाधिकारी आशीष कुमार पांडे ने निर्देश देते हुए कहा है कि शासनादेश के अनुसार हर स्कूल में स्कूल स्तर पर मध्याह्न भोजन चखने के लिए रोस्टर बनाया जाए। इसके प्रधानाध्यापक या इंचार्ज प्रधानाध्यापक द्वारा अध्यापक या अध्यापिका, प्रबंध समिति के सदस्य या अन्य अभिभावक तथा हर कक्षा से एक-एक छात्र-छात्रा का दिवसवार रोस्टर तैयार किया जाएगा। इस रोस्टर का रजिस्टर भी बनाया जाएगा। हर रोज मध्याह्न भोजन को चखने वाला व्यक्ति अपने पूरे नाम के साथ में हस्ताक्षर करेगा तथा भोजन की गुणवत्ता के संबंध में टिप्पणी करेगा। अगर कोई व्यक्ति गैरहाजिर रहता है तो अन्य संबंधित व्यक्ति द्वारा भोजन चखा जाएगा। इस आदेश के बाद में प्रधानाध्यापक भी स्कूल स्तर पर इस रजिस्टर को तैयार करने में जुट गए हैं। वहीं खंड शिक्षाधिकारियों को बीएसए ने निर्देश दिए हैं स्कूल निरीक्षण के दौरान रजिस्टर का भी अवलोकन करें तथा नियमानुसार कार्रवाई करें।
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