कूड़ा कलेक्शन हुआ नहीं, रसीद काटनी शुरू कर दी

शहर में नगर निगम द्वारा शुरू की गई कूड़ा कलेक्शन को लेकर डोर-टू डोर योजना फिलहाल मखौल बनकर रह गई है। कूड़ा कलेक्शन को नहीं केवल पैसा वसूली के लिए...

Newswrap हिन्दुस्तान, फिरोजाबादWed, 14 Oct 2020 11:52 PM
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फिरोजाबाद। हिन्दुस्तान संवाद

शहर में नगर निगम द्वारा शुरू की गई कूड़ा कलेक्शन को लेकर डोर-टू डोर योजना फिलहाल मखौल बनकर रह गई है। कूड़ा कलेक्शन को नहीं केवल पैसा वसूली के लिए नगर निगम के कर्मचारी घर-घर दस्तक दे रहे हैं। एक नहीं बल्कि लगभग पांच दर्जन ऐसे वार्ड हैं जहां डोर टू डोर योजना के लागू होने से पहले ही रसीदें काटी जा रही हैं। लोगों में इसे लेकर भारी आक्रोश है।

मंगलवार को कूड़ा कलेक्शन को लेकर कई मोहल्लों में पड़ताल की गई तो पता चला कि योजना के धरातल पर आने से पहले नगर निगम द्वारा लोगों से 30 रुपये की रसीद काटनी प्रारंभ कर दी गई है। मोहल्ला खेड़ा, तिलक नगर, लोहिया नगर, बौद्धाश्रम, सुभाष कॉलोनी के अलावा नगला करन सिंह में यही हालात दिखाई दिए। जानकारी करने पर अधिकांश लोगों ने बताया कि अभी तक कूड़ा कलेक्शन को कोई सफाईकर्मी उनके घर के दरवाजे पर नहीं पहुंचा लेकिन क्षेत्रीय सुपरवाइजर उन्हें 30 रुपये लेकर रसीद अवश्य थमा रहे हैं। हालांकि इस योजना के नए सिरे से प्रारंभ करने को कुछ दिन ही हुए हैं लेकिन नगर निगम द्वारा काम शुरू होने से पहले ही रुपये लिए जा रहे हैं जो कि सही नहीं है।

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कागजों में दौड़ रही डोर टू डोर योजना

धरातल पर नहीं तो कम से कम नगर निगम के कागजों में डोर टू योजना दौड़ रही है। यह बात अलग है कि इस योजना में अभी कर्मचारियों को लेकर विभागीय अधिकारी एवं सफाई कर्मचारी संगठन में तनातनी चल रही है।

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क्या कहते हैं क्षेत्रीय लोग

- क्षेत्र में कूड़ा कलेक्शन तो दूर कर्मचारी सफाई करने तक नहीं आते। कभी-कभी नालियां अवश्य साफ हो जाती हैं। दो दिन पूर्व ही सुपरवाइजर कूड़ा कलेक्शन के नाम पर 30 रुपये ले गया।

- मनोज, मोहल्ला खेड़ा

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- दो वर्ष से हमारे पूरे मोहल्ले में अभी तक कोई भी सफाईकर्मी कूड़ा इकट्ठा करने को घरों पर नहीं पहुंचा है और न ही सड़कों पर वाहन दौड़ते देखे गए हैं।

- अरविंद गुप्ता, बौद्धाश्रम मार्ग

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- दो दिन पूर्व सुपरवाइजर जब उनके दरवाजे पर 30 रुपये की रसीद काटने पहुंचा तब उन्हें इस योजना की जानकारी हुई। उनके समय में नहीं आता जब कोई कूड़ा मांगने ही नहीं आता तो रुपये किस बात के दें।

- कांतादेवी पचौरी, तिलक नगर

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- हम तो केवल किराएदार हैं लेकिन इसके बावजूद भी सुपरवाइजर कूड़ा कलेक्शन के नाम पर उन्हें रसीद थमा गया। मजबूरी में उन्हें 30 रुपये देने पड़े।

- गुड़िया, सुभाष कॉलोनी

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- फिलहाल कूड़ा कलेक्शन को लेकर शहर के एक दर्जन मोहल्लों में डोर टू डोर योजना लागू है। बहुत जल्दी ही इसका विस्तार किया जाएगा। जिन क्षेत्रों में रुपया लेने के बाद भी कर्मचारी कूड़ा कलेक्शन नहीं कर रहे हैं उसकी जांच होगी।

- सुदेश यादव, नोडल अधिकारी डोर-टू डोर योजना

--- फोटो कैप्शन नाम से बातचीत के चारों दिए हैं

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