वास्तविक प्यार को भूल रहे हम सभी लोग
नगर में ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र नई नया प्रोजेक्ट विश्व शांति के लिए युवा तैयार किया गया है। इसका लक्ष्य हर माह युवाओं में गुणों को विकसित करना...
नगर में ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र नई नया प्रोजेक्ट विश्व शांति के लिए युवा तैयार किया गया है। इसका लक्ष्य हर माह युवाओं में गुणों को विकसित करना है।
ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र युवा मिशन के अंतर्गत जनवरी माह को शांति के महीने के रूप में मनाया गया। इसमें युवा व विश्व शांति से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी क्रम में अब फरवरी माह प्यार के महीने के रूप में मनाया जाएगा। रविवार को नगर में कैला देवी मंदिर स्थित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र पर इस नई प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया। केंद्र की मुख्य संचालिका ब्रह्मा कुमारी सरिता दीदी ने कहा कि वास्तविक प्यार की परिभाषा हम सब भूलते जा रहे हैं। प्यार की मूल परिभाषा का ज्ञान युवाओं में कम है। युवाओं को चाहिए कि वहां हम परिवार, प्रकृति और परमात्मा से सच्चा प्यार करें। सरिता दीदी ने कहा कि कि दैहिक प्यार के चलते हम सच्चा प्रेम भूल गए हैं। युवाओं को इस ओर गंभीरता से सोचना चाहिए। उन्होंने कहा के इस महीने 4 एक्टिविटीज रहेंगी। पहला हमें सबसे पहले स्वयं से प्यार करना चाहिए। प्यार खुद से करने का मतलब है कि अपने आप में कुछ अच्छी आदतों को अपनाएं। आप दिनचर्या में कोई ऐसी छोटी आदत को बदलें जो सकारात्मक रूप से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करें। दूसरा लोगों में प्यार उसके लिए हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान किए, उन्हें धन्यवाद दें। कुछ बातों के कारण रिश्ते अगर खराब हुए हैं तो हम सॉरी बोलें, जिससे हमारे रिश्ते अच्छे बनें। उन्होंने कहा कि तीसरी बात यह है कि हम प्रकृति से प्यार करें। जो सदा हमें तमाम चीजें मुफ्त में प्रदान करती है। प्रकृति की हर चीज से प्यार करें। जानवरों को चारा खिलाएं। उन्हें प्यार से सहलाएं। चौथा है परमात्मा से प्यार। जिसने हमें जीवन दिया है। उसे प्यार करना तो बनता है। डॉ.रामसनेही लाल शर्मा ने कहा कि पहले के लोग पढ़े-लिखे जरूर कम थे लेकिन प्रकृति से उनका लगाव बहुत था। इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा करते थे। क्योंकि पीपल का पेड़ अधिक मात्रा में आक्सीजन प्रदान करता है। पेड़ पौधों में ही जड़ी-बूटी होती है। अनुपम शर्मा ने कहा कि प्यार जीवन का अमूल्य हीरा है जिसे हम सब को बढ़ाना है। प्यार बिना जीवन कुछ नहीं है। कल्पना राजौरिया ने कहा कि प्यार के दिन शुरू हो गए। इन दिनों को हम परिवार के साथ मनाएं। अपने छोटे भाई बहनों को गिफ्ट दें। उस गिफ्ट को देख कर जो उनके चेहरे पर खुशी होगी। सच में यही सच्चा प्यार है। गिन्नी मित्तल ने कहा कि स्वयं से प्यार का मतलब है परमात्मा से प्यार। सेल्फ का मतलब सेल्फिस नहीं है। हम सिर्फ अपने फायदे के लिए सब कुछ न करें। याद रहे कि प्यार बांटने से बढ़ता है। कार्यक्रम में अनेक युवाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम में मीनू अरोरा, राकेश यादव, रिंकी बहन, अंजना बहन, रीता, सपना, नूतन, अनिता आदि की सहभागिता रही।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।