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यूपी के अस्पतालों का होगा फायर सेफ्टी ऑडिट, झांसी में 10 बच्चों की मौत के बाद डिप्टी सीएम ने दिए आदेश

  • झांसी मेडिकल कॉलेज में जलने से 10 नवजात शिशुओं की मौत से हड़कंप मचा है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने को सरकार हरकत में है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्ती दिखाते हुए यूपी के सभी अस्पतालों में फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, लखनऊ, विशेष संवाददाताMon, 18 Nov 2024 10:51 PM
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झांसी मेडिकल कॉलेज में जलने से 10 नवजात शिशुओं की मौत से हड़कंप मचा है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने को सरकार हरकत में है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्ती दिखाते हुए यूपी के सभी अस्पतालों में फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, अस्पताल में सभी उपकरणों की जांच होगी। विद्युत सुरक्षा संबंधी नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। स्वीकृत लोड से अधिक का उपयोग विद्युत सुरक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की स्वीकृति के बाद ही किया जाएगा। ऐसे तमाम निर्देश सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों की बैठक में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दिए।

उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्था रहे। समय-समय पर मॉकड्रिल कराई जाए। उपकरणों की नियमित जांच हो। हर दिन चिकित्साधिकारी अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ अस्पताल परिसर का राउंड लें। कोताही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि झांसी की ह्रदय विदारक घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। सरकार पूरी तरह से पीड़ित परिजनों के साथ हैं। उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है।

डिप्टी सीएम ने बैठक में कहा कि समय-समय पर अस्पताल परिसरों में फायर सेफ्टी ऑडिट कराए जाएं। इलेक्ट्रिक वायरिंग की नियमित जांच हो। हाइड्रेंट के पाइप भी देखे जाएं। उन्होंने कहा कि आग लगने की स्थित में जब इलेक्ट्रिक सप्लाई बंद कर दी जाती है तो अंधेरा हो जाता है। इससे निपटने के लिए इमरजेंसी बैटरी वाली लाइटें स्थापित की जाएं। उन्होंने कहा कि डीजी हेल्थ व डीजीएमई को झांसी मेडिकल कॉलेज से जुड़ी रिपोर्ट जल्द पेश करने को कहा गया है।

प्रशिक्षित कर्मचारी रहें तैनात

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि आईटी, आईसीयू, एनआईसीयू में अग्निशमन विभाग द्वारा प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मचारियों की आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में तैनाती की जाए। इन वार्डों के प्रवेश एवं निकास की उचित व्यवस्था रहे। धुआं निकालने के लिए एक्जॉस्ट फैन रहें। अस्पताल परिसर में स्क्रैप बिलकुल न हो। कबाड़ का तुरंत निस्तारण किया जाए।

सीएचसी-पीएचसी पर भी हों साधन

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने निर्देश दिए कि जिला स्तरीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज के अलावा सीएचसी-पीएचसी पर भी अग्निशमन के पर्याप्त साधन रहें। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों को चेक लिस्ट भेज दी गई है। फायर अलार्म चेक किए जाएं। वार्डों के बाहर आग लगने की स्थिति में क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी सूचना पट पर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त उपकरण ही वार्डों में स्थापित हों।

प्राइवेट अस्पतालों से करें संपर्क

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों से संपर्क कर वहां भी फायर सेफ्टी ऑडिट एवं मॉक ड्रिल कराई जाएं। आमजन को उच्चस्तरीय एवं निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी दिशा में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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