पिता की गोली मारकर हुई थी हत्या, बेटी ने DSP बन पूरा किया सपना; बोली-मेरी सफलता मां के संघर्षों को समर्पित
- मुरादाबाद के डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में पासिंग आउट परेड के बाद मां के साथ तस्वीरें खिंचवाती आयुषी ने कहा कि उनकी सफलता पिता के सपने और मां के संघर्षों को समर्पित है। आयुषी की मां डिलारी की वर्तमान ब्लॉक प्रमुख हैं।
Ayushi Singh DSP: यूपी पुलिस में डीएसपी बनकर बुलंदशहर जिले में पहली पोस्टिंग पाने वाली आयुषी सिंह की कामयाबी की राह मुश्किलों से भरी रही। सोमवार को मुरादाबाद के डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में पासिंग आउट परेड के बाद मां के साथ तस्वीरें खिंचवाती आयुषी ने कहा कि उनकी सफलता पिता के सपने और मां के संघर्षों को समर्पित है। आयुषी की मां पूनम सिंह डिलारी की वर्तमान ब्लॉक प्रमुख हैं। पिता योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा भी लंबे समय तक डिलारी के ब्लॉक प्रमुख रहे। 24 जनवरी 2015 को मुरादाबाद कचहरी के सामने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी।
मूल रूप से मुरादाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के हुमायूंपुर निवासी योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा की जब हत्या हुई तो आयुषी सिंह मुरादाबाद में ही पढ़ाई कर रहीं थी। इतनी विपरीत परिस्थितियों के बाद भी मां पूनम सिंह ने ना सिर्फ बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाई बल्कि पति की राजनीतिक विरासत को भी संभाला और खुद अब डिलारी की ब्लॉक प्रमुख हैं। डीएसपी बनी आयुषी सिंह ने बताया कि पहले ही प्रयास में 2022 में आयुषी सिंह का डिप्टी एसपी पद पर चयन हो गया। आयुषी ने कहा कि उनके पापा का यह सपना था कि मैं अधिकारी बनूं जो मां के संघर्षों के कारण आज पूरा हो गया है।
पिता की हत्या के बाद मां ने संभाला परिवार
आयुषी सिंह के पिता योगेंद्र सिंह की हत्या कचहरी परिसर में गोली मारकर कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद पूरा परिवार बिखर गया था। लेकिन मां ने सबको संभाल लिया। पिता की हत्या के वक्त आयुषी 11 वीं में पढ़ती थीं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया। फिर राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर। दिल्ली में ही रहकर उन्होंने तैयारी की यूपीपीएससी में कामयाबी हासिल कर पीपीएस बनीं। डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग के बाद सोमवार को हुई पासिंग आउट परेड में उन्होंने हिस्सा लिया। आयुषी को बुलंदशहर में पहली तैनाती मिली है।