बोले फतेहपुर: ‘ब्यूटी की राह में शोहदे, ‘ड्यूटी लगाने की जरूरत
Fatehpur News - फतेहपुर में ब्यूटी पार्लर से करीब 5,000 महिलाएं जीवन यापन करती हैं, जो शादी के सीजन में 7,000 तक पहुँच जाती हैं। महिलाएं सुरक्षा की कमी और नकली उत्पादों के प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। संचालिकाओं ने...
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फतेहपुर। दोआबा में संचालित ब्यूटी पार्लर में करीब पांच हजार महिलाएं अपना जीवन यापन कर रही हैं। शादियों के सीजन में यह संख्या सात हजार के पार हो जाती है। औसतन रोज करीब 10 लाख रुपये का कारोबार होता है। हालांकि अन्य दिनों में कारोबार सामान्य ही रहता है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं ने कहा कि शाम के वक्त उनका व्यापार परवान चढ़ता है और इसी समय आसपास के शोहदे मंडराने लगते हैं। पार्लर आने वाली महिलाओं पर फब्तियां भी कसते हैं। इस पर सख्ती बरतने की जरूरत है। शाम के वक्त पुलिस की गश्त बढ़ानी चाहिए। असुरक्षा के चलते युवतियां और महिलाएं पार्लर आने से कतराती हैं। ब्यूटी पार्लर से जुड़ी कामकाजी महिलाएं कुछ ब्यूटीशियन हैं तो कुछ संचालिकाएं। चर्चा के दौरान ब्यूटीशियन डॉ. माधुरी साहू कहतीं हैं कि आज हमारे लिए सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। शादियों के सीजन में देर रात घर लौटते समय कई बार घटनाएं हो जाती हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिसिंग बढ़ाने की जरूरत है जिससे हम लोगों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
नकली प्रोडक्ट से व्यवसाय पर पड़ रहा असर : दो दशक से ज्यादा समय से पार्लर चला रहीं दीपशिखा ने बताया कि ऑनलाइन मार्केट के जरिए जो सामान आता है, उसमें गुणवत्ता की कमी होती है। सुनीता और साक्षी ने कहा कि लोग लड़कियों को हमारे भरोसे ही पार्लर में छोड़ जाते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा प्राथमिकता है। पुलिस को ब्यूटी पार्लरों के पास गश्त बढ़ानी चाहिए। देवांशी और शैली ने बताया कि नकली प्रोडक्ट के इस्तेमाल से स्किन खराब होती है। इससे हमारे व्यवसाय की इमेज प्रभावित हो रही है। पुलिस-प्रशासन को इसे रोकने के लिए कड़े कानून और निगरानी के लिए टीम तैनात करानी चाहिए।
परिजनों को सताती चिंता.. बिटिया सुरक्षित तो है : ब्यूटी पार्लर पर काम करने वाली कामकाजी महिलाओं के सामने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रहती है। श्वेता सिंह कहती हैं कि हमारे सामने सुरक्षा बड़ा मुद्दा है। काम के वक्त आए दिन इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। शादियों के सीजन में देर रात घर लौटते समय कई बार घटनाएं हो जाती हैं। ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिसिंग बढ़ाने की जरूरत है ताकि सुरक्षित माहौल बन सके। कई बार ऐसा होता है कि रात होने पर जब तक हम घर नहीं पहुंच जाते हैं, तब तक परिजनों को चिंता लगी रहती है कि ‘बिटिया सुरक्षित तो है ना। ब्यूटी पार्लर संचालिका नीमल ने कहा कि हमें एक संगठन की भी जरूरत है, जो हमारी मांगे प्रशासनिक अधिकारियों तक रख सके।
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सुझाव
- शादियों के सीजन में देर रात आना-जाना होता है। लड़कियों के साथ अभद्रता भी होती है। शहर की गलियों तक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए।
- शासन स्तर पर प्रशिक्षण के लिए योजनाएं संचालित की जाएं। इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
- ब्यूटीशियन को सरकारी नौकरियों में कोई जगह नहीं है। सरकार को रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए।
- नकली उत्पादों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगे। असली नकली के फर्क से दामों में अंतर होता है। कस्टमर असमंजस में रहता है।
- ब्यूटीशियन के क्षेत्र में भी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही सेंटर खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए।
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शिकायतें
- ग्रामीण क्षेत्रों में अप्रशिक्षित अनट्रेंड स्टाफ कस्टमर पर सस्ते उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं। इससे कई बार एलर्जी हो जाती है।
- कॉस्मेटिक सामानों पर जीएसटी बहुत अधिक लगती है। इसे कम करना चाहिए ताकि ग्राहकों की जेब ढीली न हो।
- सामानों की ऑनलाइन बिक्री के लिए कठोर नियम बनने चाहिए ताकि कस्टमर ठगी के शिकार न हों और सही सामान की बिक्री हो।
- आज कल बिना ट्रेनिंग के लोग पार्लर खोल ले रहे हैं। अप्रशिक्षित स्टॉफ से सजने में एलर्जी भी हो जाती है।
- सरकार की मदद न मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर युवितयां इस क्षेत्र में कॅरियर नहीं बना पा रही है।
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बोलीं-ब्यूटीशियन
अब यह प्रोफेशन कई परिवारों की रोजी-रोटी का सहारा है। इसमें पर्व व सीजन का बड़ा प्रभाव पड़ता है।
-सुमन
इस व्यवसाय में नित नई चीजें सीखनी होती हैं। ब्यूटीशियन को सरकारी नौकरियों में भी अवसर मिलने चाहिए।
- किरन
सरकार को लड़कियों के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था करनी चाहिए। इससे रोजगार के मौके बढ़ेंगे।
-पूजा सिंह
महिलाएं सोशल मीडिया से मेकअप का आइडिया ले आती हैं, लेकिन उसके एवज में तय पैसे नहीं देतीं।
-श्वेता सिंह
ग्राहक संचालक से क्वालिटी में कोई समझौता नहीं चाहते लेकिन तय रेट में आनाकानी करते हैं।
-श्रेहा सचान
लोग बुकिंग कैंसल कर देते हैं लेकिन उस दिन का हमें स्टाफ को पूरा पैसा देना पड़ता है।
-नेहा
अगर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था अच्छी हो तो ब्यूटी पार्लर का कारोबार और अच्छा हो जाएगा।
-बबिता सिंह
ब्यूटी पार्लर आने वाली महिलाओं और संचालिकाओं की सुरक्षा पर पुलिस को खास ध्यान देना चाहिए।
-रिदा गाजी
सभी संचालकों को एक संगठन बनाना चाहिए। जिसमें आपस में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो सके।
-श्वेता श्रीवास्तव
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बोले जिम्मेदार
शहर के पटेल नगर आईटीआई रोड पर पुलिस लगातार गश्त करती है। ब्यूटी पार्लरों के आसपास निगरानी बढ़ाई जाएगी। भीड़ वाले स्थानों पर पिकेट तैनात रहती है। हालांकि अभी तक किसी पार्लर संचालिका ने ऐसा मामला नहीं बताया है।
- विजय मिश्रा, एएसपी
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