अंतिम दिन प्रदर्शन के साथ शहीदों को दी श्रद्धांजलि
रेल कर्मचारी निजीकरण व निगमीकरण सहित दस सूत्रीय मांगो को लेकर लगातार छह दिन से प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शन के अंतिम दिन काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे थे। इसके साथ ही अंतिम दिन पठानकोट में प्रदर्शन...
रेल कर्मचारी निजीकरण व निगमीकरण सहित दस सूत्रीय मांगो को लेकर लगातार छह दिन से प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शन के अंतिम दिन काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे थे। इसके साथ ही अंतिम दिन पठानकोट में प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलियों से मारे गए यूनियन के नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई।
आल इण्डिया रेलवे फेडरेशन व एनसीआरएमयू के संयुक्त तत्वाधान में किए गए आह्वान के बाद स्थानीय रेल कर्मचारी लगातार प्रदर्शन कर रहे है। इस क्रम में शाखा सचिव महेंद्र गुप्ता ने बताया कि 1968 में पठानकोट रेलवे स्टेशन पर अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे एनसीआरएमयू के नेताओं पर सरकार के इशारे पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक गोली चला दी थी जिसमें कई नेता शहीद हो गए थे। कार्यक्रम के दौरान सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। जिसके बाद रेल कर्मियों ने हाथो पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। रेल कर्मियों का कहना था कि केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण व निगमीकरण बंद करने के साथ ही नई पेंशन योजना, जबरन पचास व पचपन वर्ष की आयु में रिटायरमेंट देना, बोनस समय पर न देना, मंहगाई भत्ते पर रोक लगाने सहित खाली पदों पर नई तैनाती नहीं करती तो रेल का चक्का जाम करने के साथ आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर नरेंद्र, शिवकुमार, चंचल, दिनेश, पवन, दिलीप, प्रवेश, कलीम, इदरीश, सुधीर आदि मौजूद रहे।
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