Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़फतेहपुरNGT Team Inspects Contaminated Water and Air in Godharouli 24 Skin Disease Cases Reported

गोधरौली में त्वचा रोग के 24 मरीज मिले

गोधरौली और आशापुर में दूषित पानी और जहरीली हवा के कारण स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीणों की सेहत की जांच की। गोधरौली में 24 त्वचा रोगी मिले हैं। एनजीटी टीम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाया और...

Newswrap हिन्दुस्तान, फतेहपुरFri, 22 Nov 2024 11:41 PM
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औंग, संवाददाता। गोधरौली और आशापुर समेत इलाके में दूषित पानी व जहरीला हवा की शिकायत पर एनजीटी टीम के निरीक्षण के उपरांत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों की सेहत की जांची। गोधरौली गांव में त्वचा रोग के 24 मरीज सामने आए। दूषित पानी के कारण त्वचा रोगी मिलने की आशंका पर स्वास्थ्य विभाग गांव में आज शिविर आयोजित कर सेहत की जांच संग लोगों को जागरूक करेगी। वहीं एनजीटी टीम के निर्देश के बावजूद गोधरौली में ग्रामीणों की पर्याप्त पानी नहीं उपलब्ध कराया गया।

बता दें कि गुरुवार को लखनऊ से एनजीटी व प्रदूषण बोर्ड की संयुक्ट टीम ने निरीक्षण कर जायजा लिया था। टीम ने स्वास्थ्य विभाग को गांव के प्रत्येक घर की कुंडी खटखटा कर सभी सदस्यों की जांच करते हुए बल्ड सैम्पल लेने के निर्देश दिए है। एमओआईसी गोपालगंज डा.बृजेश कुमार ने बताया कि गोधरौली गांव में टीम ने शुक्रवार को शिविर आयोजित कर मरीजों की जांच की। जहां 24 मरीजों में खुजली की शिकायत पाई गई है। शनिवार को पुन: टीम गांव में कैम्प करते हुए परीक्षण के साथ लोगों की जागरूक करेगी। बताया कि स्वास्थ्य टीम आशापुर गांव में निर्माणाधीन प्राइवेट मेडिकल कालेज व मिल में लगे मजदूरों की भी जांच करेंगी।

नहीं बढ़ी पानी की रफ्तार

एनजीटी टीम के लौटते ही उसके आदेश निर्देश धड़ाम हो गए। बड़ी आबादी तक पर्याप्त व शुद्ध पानी मुहैया कराने को जलनिगम को दिए गए आदेश के बावजूद स्थिति ज्यों का त्यो है। दो दिन बाद भी गांव में पानी की मुहैया कराने की कवायद ज्यों का ज्यों है।

अपशिष्ट का डंपिंग स्थल बना गोधरौली

गोधरौली व आशापुर गांव में दूषित पानी के पीछे केमिकल फैक्ट्रियों के अपशिष्ट को कारण माना जा रहा है। पूर्व में तत्कालीन डीएम सी इंदुमती ने गोधरौली व आसपास केमिकल फैक्ट्रियों का अपशिष्ट को डालने पर रोक लगा दी थी। फैक्ट्री संचालकों की मनमानी से गोधरौली को अपशिष्ट का डंपिंग स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। शुक्रवार को कई ट्रैक्टर गांव किनारे राखी को अपशिष्ट करते नजर आए।

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