फतेहपुर में सड़कों पर कूड़ा निगल रहे सिर्फ 38 अन्ना गोवंश हुए संरक्षित
Fatehpur News - फतेहपुर में किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं, जो उनकी फसलें बर्बाद कर रहे हैं और सड़कों पर हादसों का कारण बन रहे हैं। प्रशासन ने एक महीने में बहुत कम पशुओं को गोशालाओं तक पहुंचाया है। समस्याएं बढ़ रही...
फतेहपुर। अन्नदाताओं की खेतीबाड़ी बर्बाद कर रहे आवारा पशुओं से किसान परेशान हैं तो सड़कों पर झुंड बनाकर निकलने वाले पशु हादसों का सबब बन रहे हैं। ऐसे आवारा पशुओं को संरक्षित करने में अभियान के तहत जिम्मेदार एक माह में नाममात्र के पशुओं को गोशालाओं तक पहुंचा पाए है। जिलेभर में आवारा पशुओ की भरमार से अन्नदाताओं की फसलें तबाह हो रही है तो सड़कों पर भी इनका कब्जा आम बात है। कभी कभी तो निकलते झुंड से यातायात तो प्रभावित होता है, लोग भी हादसों में की चपेट में आते है। गली-मोहल्लों तक में स्वछंद विचरण से तमाम समस्याएं उत्पन्न होती है। ऐसे पशुओं को चिंहित कर गौशाला पहुंचाए जाने के लिए लगातार अभियान चलाया जाता है लेकिन मात्र कागजों तक सीमित कार्रवाई से समस्या जस की तस बनी है। मजबूरन बेजुबान सड़कों पर विचरण कर कूड़ा निगल रहे है। प्रभारी सीवीओ महेन्द्र कुमार सचान के अनुसार दिसंबर माह में अभियान के तहत पशुओं को संरक्षित किया गया था और पशुओं के संरक्षण लगातार किया जा रहा है। इसके लिए जिम्मेदारों को निर्देशित किया गया है। आवारा पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाया जा रहा है।
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