बोले फतेहपुर: अपनों के ठुकराए हुए हैं आयुष्मान बना दें साहब
Fatehpur News - फतेहपुर के मवइया जमालपुर में 100 वृद्धजन, जिनमें 46 महिलाएं शामिल हैं, एक आश्रम में रह रहे हैं। वृद्धों को अस्पताल जाने में समस्याएं हैं क्योंकि सरकारी एम्बुलेंस एक घंटे में पहुँचती है। आधार संशोधन और...
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फतेहपुर। जिले के भिटौरा रोड स्थित मवइया जमालपुर में 46 महिलाओं समेत 100 वृद्धजन आश्रय लिए हुए हैं। बुजुर्ग सूर्यपाल का कहना है कि इस उम्र में कभी भी बीमार हो जाते हैं लेकिन अस्पताल जाना हो तो सरकारी एम्बुलेंस को आने में एक घंटा लग जाता है। जंगल में और कोई व्यवस्था नहीं रहती है। वहीं आधार संशोधन से लेकर पेंशन न आने जैसे कामों के विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
वृद्धा मुन्नी ने बताया कि आश्रम में खाने-पीने एवं रहने की व्यवस्था तो है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई भी शिविर नहीं लगाए जाते हैं, जिससे हम बुजुर्ग आधार संशोधन हो या फिर रुकी हुई पेंशन को शुरू करा सकें। वहीं गंगादेई एवं जागेश्वरी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बन जाए तो इलाज में मुश्किल न हो। इसके लिए प्रशासन को कैंप लगाना चाहिए। जिससे हम लोगों को भी लाभ मिल सके। वृद्धाश्रम में रह रहे 25 बुजुर्गों की पेंशन रुकी हुई है। किसी में खाते से आधार लिंक नहीं है तो किसी में ई-केवाईसी की समस्या है। आश्रम में ही कर्मचारी आकर समस्याओं को दूर कर दें तो राह आसान हो सकती है। जागेश्वरी ने बताया कि वृद्धाश्रम में मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं लेकिन अपनों द्वारा दिए गए दर्द को भूलना मुश्किल होता है। अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आश्रम एक परिवार की तरह है, जहां हम लोग अपनी जिंदगी के शेष दिनों को काट रहे हैं। वहीं ओमकार नाथ का कहना है कि अपनो से दूर रहकर आश्रम में जिंदगी काट रहे हैं। आश्रम के केयरटेकर के मुताबिक समाज कल्याण विभाग द्वारा काफी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। दो टाइम भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था रहती है।
आयुष्मान कार्ड के लिए नहीं लगता शिविर: वृद्धाश्रम में निवास कर रहे बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड की कोई सुविधाएं नहीं दी जाती हैं। इसके लिए लगातार कर्मचारियों द्वारा प्रयास किए जाते रहे हैं लेकिन उन्हे किसी भी प्रकार की सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। न ही कभी भी वृद्धाश्रम में सम्बंधितों द्वारा आयुष्मान कार्ड बनवाए जाने के लिए शिविर नहीं लगवाए जाते हैं। जिससे बुजुर्गों को होने वाली परेशानियों से निजात नहीं मिल पाती। बुजुर्गों ने शिविर लगवाकर आधारकार्ड बनवाए जाने की मांग की है।
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सुझाव
- आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट न होने से बहुत परेशानी होती है।
- आधार संशोधन को लेकर वृद्धजनों के शिविर लगवाएजाएं। जिससे उन्हें बार-बार विभागों के चक्कर न काटने पड़े। साथ ही आयुष्मान कार्ड के लिए भी शिविर लगे, जिससे स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर इलाज आसानी से मिल सके।
-वृद्धाश्रम में एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए, जिससे अचानक तबीयत बिगड़ने पर वृद्धजनों को अस्पताल पहुंचाया जा सके।
-वृद्धाश्रम में होने वाली परेशानी को देखते हुए वाहन को एलॉट किया जाए।
-समय-समय पर वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के लिए जागरुकता शिविर लगाए जाएं।
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शिकायतें
- आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट न होने पर कई बार पेंशन संबंधी दिक्कत होती है।
- आधार संशोधन को लेकर विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन तब भी काम नहीं हो पाता। इस उम्र में स्वास्थ्य बार-बार बिगड़ता है। अस्पताल में इलाज में कोई वरीयता या छूट नहीं मिल पाती है। जिससे बुजुर्गों को परेशान होना पड़ता है।
- वृद्धाश्रम में एंबुलेंस की व्यवस्था न होने से अचानक तबीयत बिगड़ने पर इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो एक-एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं मिल पाती है।
- कई बार पेंशन आने में दिक्कत आती है, जिसके लिए विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
- सरकारी अधिकारी हमारी शिकायतों पर ध्यान नहीं देते हैैं। न ही योजनाओं की जानकारी हो पाती है।
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बोले बुजुर्ग
घर व खेती सब कुछ है लेकिन लड़कों की शादी के बाद से प्रताड़ित किया जाने लगा। जिसके बाद वृद्धाश्रम आ गए।
-सिद्धेश्वरी
शराबी पति अक्सर मारपीट करता था, जिस पर यहां आ गए। यहां सारी सुविधाएं हैं, सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा।
-गंगादेई देवी
सरकारी विभागों को भी हमें योजनाओं का लाभ देना चाहिए। विभाग हमारे लिए कुछ खास ध्यान नहीं देते हैं।
-जागेश्वर
पेंशन में आधार अपडेट कराने के लिए भटकना पड़ता है। कई बार चक्कर लगाने के बाद भी अधिकारी नहीं सुनते।
-धुन्नी देवी
सरकार को वृद्धाश्रम में रह रहे लोगों के लिए अतिरिक्त सरकारी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए।
-सरोज सिंह
सरकारी विभागों में वृद्धों को लाइन न लगानी पड़े, ऐसी व्यवस्था की जाए। इस उम्र में ज्यादा भागदौड़ नहीं हो पाती है।
-ओमकार नाथ
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बोले जिम्मेदार
वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों का समय-समय पर सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है। साथ ही होने वाली परेशानियों को भी दूर किया जाता है। बुजुर्गों को मिलने वाली विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाए जाने के भी प्रयास किए जाते हैं। वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाता है।
-नीतू वर्मा, वार्डेन वृद्धाश्रम
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