सुपरवाइजरों सीडीपीओ तक रही सूची,अधिकारी रहे अंजान
Fatehpur News - आंगनबाड़ी भर्ती: सुपरवाइजरों सीडीपीओ तक रही सूची,अधिकारी रहे अंजानआंगनबाड़ी भर्ती: सुपरवाइजरों सीडीपीओ तक रही सूची,अधिकारी रहे अंजानआंगनबाड़ी भर्ती: स

फतेहपुर। शासन से आंगनबाड़ी के रिक्त पदों में भर्ती की खामियों ने विभागीय भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगी। सुपरवाइजरों, सीडीपीओ तक सीमित मेरिट सूची से अधिकारी तक अंजान रहे। एक ऑडियो और शिकायत के बाद कार्रवाई का सिलिसला शुरू हुआ लेकिन वायरल ऑडियों में चयन हुई महिला से भी पैसा लिए जाने सहित तमाम बिंदु पहेली बने है, जोकि जांच का विषय है। वहीं अफसरों ने सुपरवाइजर के खिलाफ निलंबन की संस्तुति के साथ मुकदमा दर्ज कराया है। हसवां के खेसहन में केन्द्र एक व दो में सामान्य वर्ग के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन किया गया था। केन्द्र नंबर एक में विधवा महिला रंजना निवासी मुरांव थाना थरियांव का चयन हुआ। केन्द्र चार में प्रियंका का हुआ, जिनकी शादी करीब 50 से 55 किमी दूर धाता ब्लॉक के उकाथू में हुआ था। वायरल ऑडियो की जांच में सुपरवाइजर द्वारा पीड़ित पक्ष से कहा गया था कि प्रियंका को कुछ न बताना, वह कहीं से सेट करके अपना कर गई है।
सवाल यह है कि इस तरफ अधिकारियों का ध्यान क्यों नहीं गया? इसके अलावा 20 से 25 दिन पूर्व साफ्टवेयर से मेरिट शासन से बनाए जाने के बाद सार्वजनिक न किए जाने से लेकर तमाम सवाल खेल को उजागर कर रहे हैं। आंगनबाड़ी भर्ती में बरती गई लापरवाही को लेकर अब तमाम स्थानों से विभाग तक शिकायत पहुंच रही है।
खेसहन के दोनों केन्द्र से आंगनबाड़ी के चयन उपरांत मामले ने तूल पकड़ा और अधिकारी जांच में जुट गए। पीड़ित का आरोप है कि एक नंबर केन्द्र से आवेदन के बाद भी दूसरे की भर्ती कैसे संभव है? जिम्मेदारों कहा कहना है कि सभी केन्द्रो से आवेदन किया जा सकता है, जबकि आवेदन मात्र एक ही केन्द्र से हो सकता है।
आंगनबाड़ी भर्ती के चयन में पैसा की मांग करने के मामले में डीपीओ साहब यादव ने सुपरवाइजर विमला शर्मा पर भ्रष्टाचार करने के आरोप में थरियांव थाना में मुकदमा पंजीकृत कराया है। आरोप है कि उच्चाधिकारियों का नाम लेकर उक्त के द्वारा पीड़ित से पैसा की मांग की जा रही थी। जिस पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।