तीन सालों में हो सकी 15 योजनाएं हैंडओवर
नीर निर्मल परियोजना के तहत ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराए जाने की योजना पर तीन सालों से काम चल रहा है। इन तीन सालों में जलनिगम महज 15 योजनाओं को ही हैंडओवर कर सका है। 70 करोड़ की लागत से कराए जाने...
नीर निर्मल परियोजना के तहत ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराए जाने की योजना पर तीन सालों से काम चल रहा है। इन तीन सालों में जलनिगम महज 15 योजनाओं को ही हैंडओवर कर सका है। 70 करोड़ की लागत से कराए जाने वाले काम में अन्य योजनाओं पर काम बांकी पड़ा है। जिसके लिए विभागीय अधिकारी बजट न होने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ रहे है।
तीन साल पहले नीर निर्मल परियोजना के तहत गांव में ओवर हेड टैंक जलनिगम द्वारा बनवाए जा रहे थे। 70 करोड़ की लागत से चल रहे इस भारी भरकम काम के लिए विभाग को यूं तो समय दिया गया था। लेकिन बजट न होने की बात कहते हुए तीन साल बीत जाने के बाद भी अब तक काम पूरा नहीं कराया जा सका। इस बावत विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 15 के अलावा अन्य 19 योजनाओं से ग्रामीणों को पानी देना शुरू कर दिया गया है। जबकि इजुरा खुर्द, देवमई, पैगम्बरपुर, रिकौहा, गुनीर, नरौली बुजुर्ग व रावतपुर की योजनाओं से अब भी पानी नहीं दिया जा रहा। बताया कि कोरोना काल के कारण धन आवंटित नहीं हो सका था जिसके चलते काम पूरा नहीं किया जा सका। इस काम में देरी होने के बाद मार्च 2021 तक काम पूरा करा लिया जाएगा। उधर तीन सालों से काम पूरा न हो पाने के कारण काम चलने वाले गांव के ग्रामीणों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
कोट...
बजट समय पर न मिलने के कारण काम पूरा नहीं हो सका जिसके चलते योजना से लोग लाभांवित नहीं हो पा रहे। हालांकि वर्तमान में काम तेजी से शुरू कराए जाने के निर्देश दिए गए है।
खालिद अहमद अधिशाषी अभियंता जलनिगम
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