सहारनपुर के कोलकी और रोहाना टोल पर सात साल बाद लगा फास्टैग, ट्रायल शुरू
वाहन स्वामियों खासकर सहारनपुर-मुजफ्फरनगर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। कोलकी और रोहाना टोल पर भी अब फास्टैग सुविधा शुरू हो गई है। शुक्रवार से इसका ट्रायल शुरू हो गया है।
वाहन स्वामियों खासकर सहारनपुर-मुजफ्फरनगर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। कोलकी और रोहाना टोल पर भी अब फास्टैग सुविधा शुरू हो गई है। शुक्रवार से इसका ट्रायल शुरू हो गया है। सहारनपुर-मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे पर रोहाना कलां (देवबंद-मुजफ्फरनगर) और कोलकी कलां (गागलहेड़ी) में दो टोल बने हैं। दोनों पर ही टोल की फास्टैग सुविधा नहीं थी। लिहाजा लोगों को नकद भुगतान करना पड़ता था। यहां टोल का रेट भी नेशनल हाईवे के मुकाबले ज्यादा है। कार के लिए ही यहां करीब 150 रुपये टोल चुकाना पड़ता है।
वहीं, नकद लेनदेन में देरी के चलते रोजाना जाम की स्थिति से भी लोगों को दो चार होना पड़ता था। इन्हीं सब कारणों के चलते यहां फास्टेग सुविधा शुरू किए जाने को लेकर लंबे समय से मांग की जा रही थी। क्षेत्रवासियों द्वारा इसके लिए कई बार आंदोलन भी किए गए, लेकिन टोल कंपनी हर बार राज्य सरकार (स्टेट हाईवे) आदि का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया करती थी। अब फास्टैग सुविधा चालू हुई है तो लोगों ने भी राहत की सांस ली है।
इस बारे में कोलकी व रोहाना टोल के टोल इंचार्ज, आरपी सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि कोलकी और रोहाना टोल वर्ष 2018 में शुरू हुए थे। लेकिन, तब से इन दोनों टोल पर नकद भुगतान हो रहा था, लेकिन अब स्थानीय लोगों की मांग पर टोल को फास्टैग से लैस कर दिया है। ट्रायल शुरू कर दिया है। ट्रायल पूरा होने के बाद एक-दो दिनों में आमजन के लिए इसको शुरू कर दिया जाएगा।