बिजली कर्मियों के आंदोलन में आई गर्मी, आपूर्ति बिगड़ी
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों के आंदोलन में अब और गरमी आ गई है। दूसरे दिन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक आपूर्ति बिगड़ गई। यही नहीं रात में कई क्षेत्र अंधेरे...
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों के आंदोलन में अब और गरमी आ गई है। दूसरे दिन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक आपूर्ति बिगड़ गई। यही नहीं रात में कई क्षेत्र अंधेरे में डूब गए। कर्मचारियों और इंजीनियरों के कार्य बहिष्कार से दफ्तरों में ताला लटका है तो वहीं बिजली बिल जमा करने का काम भी बंद हो गया है। बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर दूसरे दिन हड़ताल और व्यापक हो गई। जिले के लगभग सभी सब स्टेशनों पर आंदोलन कारियों ने पैनी नजर रखी। कर्मचारियों के काम से विरत रहने की वजह से आपूर्ति पर भी विपरीत असर पड़ा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में आपर्ति बिगड़ने से लोगों के सामने दिक्कत आई। नवाबगंज और हजियंापुर बिजली सब स्टेशन सोमवार की रात से बंद चल रहे हैं। दोनों ही सब स्टेशन से ताल्लुक रखने वाले करीब पांच सौ गांव में बिजली का अभूतपूर्व संकट हो गया। सिंचाई को नलकूप आदि भी बंद हो गए। जहानगंज, मोहम्मदाबाद, मेरापुर क्षेत्र में भी बिजली को लेकर समस्या हुई। दूसरे दिन के कार्य बहिष्कार के चलते शहर क्षेत्र में भी लोकल फाल्ट सही होने में भी समस्याएं हुईं। संविदा कर्मियों ने भी लोकल फाल्ट सही करने में कोई रुचि नहीं ली। शहर का ही लकूला फीडर घंटों बंद रहा। जब स्थानीय लोगों ने उच्चाधिकारियों से संपर्क साधा तो कई घंटे बाद आपूर्ति सुबह को बहाल हुई। इसके अलावा मिल्क डेरी फीडर और आईटीआई फीडर से भी लोगों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल सकी। बेवर रोड फीडर से ताल्लुक रखने वाले दर्जनों मोहल्ले और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति गड़बड़ा गई। जेा संविदा कर्मी लगाए गए उन पर भी बिजलीघर संभल नहीं पा रहे थे। इसके चलते समस्या और हुई। गैर विभागीय जिन लोगों को लगाया था उनसे भी समस्या का समाधान नही हो सका।
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