भगवान भरोसे हो रहा इलाज
फर्रुखाबाद। संवाददाता कोविड अस्पताल में बड़े नसीब वालों को ही इलाज संभव हो पा...
फर्रुखाबाद। संवाददाता
कोविड अस्पताल में बड़े नसीब वालों को ही इलाज संभव हो पा रहा है। यदि जुगाड़ नहंी है तो यहां पर इलाज की कोई गारंटी नहीं है। तमाम वायदों के बाद भी कोविड अस्पताल में संक्रमित मरीजों के पूरी दूरी बनाने की कोशिश की जा रही है।
यही नहीं किसी प्रकार की समस्या पैदा न हो इसको देखते हुए यहां से मरीजों को रेफर किए जाने में प्राथमिकता देते हैं। ऐसे मरीज जो कि यहीं पर सही हो सकते हैं उन मरीजों को भी रेफर कर दिया जाता है। फतेहगढ़ में 100 बेड का कोविड अस्पताल बनाया गया है। शासन लगातार अस्पतालों की मानीटरिंग कर रहा है इसके बाद भी अस्पतालों में इलाज जिस तरह से मिलना चाहिए वह संभव नहीं हो पा रहा है। जिस तरह से कोविड अस्पताल में 22 दिनों में 143 मरीजों की मौत हुई उससे कहीं न कहीं अस्पताल की सेवाओं पर भी सवाल उठे हैं। जाहिर तौर पर कई मरीजों के परिजन तो इलाज में लापरवाही और ऑक्सीजन की कमीं का भी पूर्व में आरोप लगा चुके हैं। अब जबकि कोविड अस्पताल में मरीजों का दबाव भी कम हुआ है। इसके बाद भी यहां पर जो सेवाएं सुविधाजनक मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पा रही हैं। बाहर से दवाएं मरीजों के परिजनों को खरीदनी पड़ रही हैं। कोरोना की दूसरी लहर में इस अस्पतला में 722 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। इसमें 146 ऐसे मरीज हैं जिन्हें रेफर कर दिया गया।
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