बाढ़ ने रोकी 40 स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई
होगी।इस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नजर लगी हुयी है।इस बार गंगा और रामगंगा ने जो कहर बरपाया उससे गंगापार के इलाके में बड़ी तबाही हुयी। दोनों नदिया
फर्रुखाबाद, संवाददाता। गंगापार में भले ही गंगा और रामगंगा नदी का जलस्तर कम हो गया हो लेकिन 40 परिषदीय विद्यालयों में अभी भी पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। कहीं रास्ते खराब हैं तो कहीं स्कूल पानी से घिरे हुए हैं। धीरे-धीरे बाढ़ का पानी कम हो रहा है। लेकिन स्कूल न खुलने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारी बराबर नजर बनाए हुए है। बताते चले कि इस बार गंगा और रामगंगा ने जो कहर बरपाया उससे गंगापार के इलाके में बड़ी तबाही हुई है। दोनों नदियां बीते सप्ताह खतरे के निशान से ऊपर चल रही थीं, अब दोनों नदियों का पानी कम हो चुका है लेकिन अभी तक पूरी तरह से पानी गंगा पार से निकल नहीं पाया है। इसके चलते गंगा पार के 40 परिषदीय विद्यालय प्रभावित हैं जिनमें अभी पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। राजेपुर विकास खंड क्षेत्र के बीईओ अनूप सिंह ने बताया कि अभी ब्लाक क्षेत्र के 40 विद्यालय बाढ़ के चलते बंद हैं। हालांकि बाढ़ कम हो चुकी है लेकिन स्कूलों के रास्ते में कहीं पानी है तो कही स्कूल परिसर में ही पानी भरा हैं। पानी निकलते ही शिक्षण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। शिक्षक नजदीक के स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। वहीं शमसाबाद विकास खंड क्षेत्र में कटरी तौफीक का विद्यालय अभी भी बाढ़ के पानी से घिरा है। इसके रास्ते पर पानी है। ऐसे में लोग घुसकर निकल रहे हैं। झौआ का जूनियर विद्यालय भी बुधवार को बंद रहा। कटरी तौफीक का संविलियन विद्यालय भी बंद रहा। क्योंकि यहां बाढ़ का पानी निकलने के बाद भी दिक्कतें हैं। दोनों विद्यालय झौआ गांव के पास एक ग्रामीण के आवास में चलाये जा रहे हैं। दोनों स्कूलों की स्थिति ठीक होने पर शिक्षण कार्य शुरू होगा। इस क्षेत्र में बीते सप्ताह जब बाढ़ थी तो 31 स्कूल बंद हो गये थे। बीईओ का कहना है कि अभी यह पता नहीं है कि कितने स्कूल बंद हैं। शिक्षकों ने स्कूल खोलने की जानकारी दी है। गुरुवार को शिक्षकों से पता किया जाएगा। कटरी तौफीक और झौआ के स्कूलों को लेकर भी पता किया जायेगा कि क्या दिक्कते हैं। फिलहाल कुछ भी हो बाढ़ ने गंगापार के राजेपुर विकास खंड और कायमगंज तहसील के शमसाबाद विकास खंड क्षेत्र के निचले इलाकों में जो स्कूल थे वहां दिक्कतें खड़ी कीं। शिक्षकों को भी रास्ते में पानी भरा होने से दिक्कतें आईं। ऐसे में उन्हें दूसरी जगह पढ़ाना पड़ा। अब पानी कम होते ही धीरे धीरे पढ़ाई का कार्य भी ठीक से होगा और स्कूल भी पहले जैसे चलेंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।