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कानपुर के चर्चित कब्जाकांड में राजा भैया की पार्टी तक पहुंची आंच, जनसत्ता पार्टी का नेता निकला साइलेंट पार्टनर

  • कानपुर के चर्चित मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड सिविल लाइंस में कब्जे के मामले में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के नेता का भी नाम आ गया है। पुलिस उनसे जल्द पूछताछ करेगी। इस मामले में कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, कानपुर हिन्दुस्तानThu, 15 Aug 2024 03:01 PM
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कानपुर के चर्चित मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड सिविल लाइंस में कब्जे के मामले में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के नेता का भी नाम आ गया है। पुलिस उनसे जल्द पूछताछ करेगी। इस मामले में कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। पुलिस उनसे रिमांड पर पूछताछ कर रही है। हजारों करोड़ की जमीन पर कब्जे की कोशिश का मामला पिछले कई दिनों से प्रदेश में छाया हुआ है। जिले के नामी पत्रकारों के इसमें शामिल होने और गिरफ्तारी के बाद से पुलिस पूरे मामले की कड़ियों को जोड़कर अन्य सफेदपोशों पर एक्शन की तैयारी में है।

पुलिस अफसरों ने बताया कि अवनीश दीक्षित के करीबी जितेश झा की कम्पनी श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स एलएलपी में जनसत्ता दल के नेता अमित कुमार सिंह उर्फ मीतू साइलेंट पार्टनर हैं। इसी आनंदेश्वर एसोसिएट्स के खाते के जरिए हरेन्द्र मसीह की संस्था को 25 लाख रुपये भेजे गए थे। उधर, अमित सिंह का कहना है कि उन्हें जमीन कब्जे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं, एडीशनल सीपी ने कहा कि अमित की मौजूदगी कब्जा स्थल पर घटना के वक्त होने की सूचना मिली है। उनसे भी पूछताछ की जाएगी। कम्पनी के अन्य साझेदारों को भी सफीना जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा।

काकादेव निवासी अमित सिंह उर्फ मीतू कारोबारी हैं। उन्होंने कहा- ‘मैं राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल का कानपुर मंडल का संरक्षक भी रहा हूं। चार माह पहले वकील के माध्यम से मेरी मुलाकात जितेश झा और शरद से हुई थी। जितेश झा के जरिए हरेंद्र मसीह से संपर्क हुआ। हम सभी ने मिलकर स्कूल और रियल स्टेट में काम करने के लिए श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स नाम से कम्पनी बनाई थी। जिसमें मुझे साइलेंट पार्टनर रखा गया। कम्पनी 50 लाख रुपये से बनाई गई थी, जिसमें मैंने 11.20 लाख रुपये दिए थे। इन्हीं रुपयों से हरेन्द्र मसीह की संस्था यूनिइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चयन सर्विस के खाते में 25 लाख की रकम जमा कराई गई थी। इस सौदे के बीच अवनीश दीक्षित कहां से आए, यह मुझे पता नहीं है।

कब्जे वाले दिन मौके पर मौजूद थे अमित सिंह

पुलिस के पास अमित सिंह की 28 जुलाई 2024 की वह फोटो है, जब मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड पर कब्जा करने का प्रयास किया गया था। इस बारे में अमित सिंह ने कहा कि वह उधर से गुजर रहे थे और एसीपी कोतवाली को देखकर रुक गए थे।

कम्पनी के अन्य साझेदारों को जारी होगा सफीना

बुधवार को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए अवनीश दीक्षित से भी श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स कम्पनी के बारे में जानकारी जुटाई गई। डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स में राम प्रताप सिंह, सुधांशु तिवारी, शरद कुमार शुक्ला, देश राज वर्मा, हरिओम गुप्ता, संदीप शुक्ला और जितेश झा साझीदार हैं। जितेश झा फरार है। बाकी साझेदारों को सफीना जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा। अवनीश दीक्षित से भी कम्पनी को लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

कानपुर के एडीशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चन्दर के अनुसार अमित सिंह श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स में साइलेंट पार्टनर हैं। इसी कम्पनी से हरेन्द्र मसीह की संस्था को पैसा भी जा रहा है। पैसा लिखा पढ़ी में है। नजूल की जमीन के लिए पैसा क्यों दिया गया? इसकी जांच की ही जाएगी। अमित सिंह से पूछताछ होगी।

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