पुलिस के वीडियो में केवल झूठ, अखिलेश यादव से मिला एनकाउंटर में मारे गए मंगेश का परिवार
सुल्तानपुर की डकैती के बाद पुलिस एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव का परिवार शुक्रवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिला। इस दौरान परिवार वालों ने पुलिस की तरफ से जारी वीडियो को झूठा बताया।
सुल्तानपुर की डकैती के बाद पुलिस एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव का परिवार शुक्रवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिला। इस दौरान परिवार वालों ने पुलिस की तरफ से जारी वीडियो को झूठा बताया। यहां तक कहा कि उनके परिवार का भी पुलिस ने अपने मनमुताबिक वीडियो बनवाया है। कहा कि पुलिस ने दबाव डालकर वीडियो रिकॉर्ड किया है। सपा मुख्यालय में मुलाकात के दौरान मंगेश की बहन, मां और पिता ने अखिलेश को अपनी व्यथा बताई। कहा कि मंगेश को पुलिस ने घर से उठाकर फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी। पुलिस द्वारा परिवार का उत्पीड़न किए जाने की भी जानकारी दी। अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
जौनपुर के गांव अगरौरा थाना बक्सा से आए मंगेश यादव के पिता राकेश यादव, मां शीला देवी और बहन प्रिंसी यादव ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। सुल्तानपुर के सर्राफ की दुकान पर 28 अगस्त 2024 को लूट हुई थी। 2 सितम्बर 2024 की रात्रि 2 बजे पुलिस मंगेश को घर से उठाकर ले गई। 3-4 सितम्बर 2024 को दिन में पुलिस घर आई और कहा कि पूछताछ हो रही है। तुम्हारा लड़का छोड़ दिया जाएगा। 5 सितम्बर 2024 को फर्जी एनकाउंटर दिखाकर हत्या कर दी गई। पुलिस वालों ने कहा जाओ सुल्तानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में लाश ले आओ।
पीड़ित परिवारीजनों ने बताया कि पुलिस ने जबर्दस्ती दबाव डालकर हम लोगों का वीडियो बनाया है। इसमें झूठ के सिवा कुछ नहीं है। जो वीडियो पुलिस प्रसारित कर रही है उसमें दबाव में उनसे मनमाफिक बयान दिलवाया गया है। पूरा गांव सच्चाई बता रहा है। मंगेश को जबरदस्ती अपराधी बताकर पुलिस एनकाउंटर कर वाहवाही लूट रही है।
अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवारीजनों को भरोसा दिया कि उनके बेटे की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस का नया तरीका है, किसी को भी उठाओ, झूठी कहानी बनाओ और परिवार पर दबाव डालकर सच का ही एनकाउंटर कर दो। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में एनकाउंटर आंकड़ा, गैरकानूनी हत्याओं की नाइंसाफी का भी आंकड़ा और साथ ही पीडीए के विरूद्ध अन्याय का आंकड़ा है। पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों पर रोज ही अत्याचार हो रहे हैं। अन्याय और अत्याचार के खिलाफ समाजवादी पार्टी सदैव आवाज उठाती रही है।