संजय गांधी अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा, परिजनों ने OPD कराई बंद; चार डॉक्टरों पर मुकदमा
- अमेठी जिले के मुंशीगंज क्षेत्र स्थित संजय गांधी अस्पताल में एक मरीज की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने और शराब के नशे में ऑपरेशन करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा किया।

यूपी के अमेठी स्थित संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डाक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल गेट पर ताला लगाकर अंदर चल रही ओपीडी को भी बंद करा दिया। पुलिस ने मृतक के पुत्र की तहरीर पर चार डाक्टरों के विरुद्ध लापरवाही से इलाज करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं सीएमओ ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है।
कोतवाली क्षेत्र गौरीगंज के मऊ निवासी 70 वर्षीय शिवराम मिश्र को बुधवार की शाम लगभग साढ़े पांच बजे सीने में दर्द होने पर परिजन लेकर संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज पहुंचे। कई जांच के बाद डाक्टरों ने आपरेशन की बात कही। जिसके बाद डाक्टर शिवराम को लेकर आपरेशन थियेटर में गए। कुछ समय बाद डाक्टरों ने परिजनों को बताया कि मरीज की हालत क्रिटिकल हो गई है। रात लगभग डेढ़ बजे डाक्टरों ने परिजनों को शिवराम मिश्र की मौत हो जाने की सूचना दिया। जिस पर परिजन आक्रोशित हो उठे और इलाज करने वाली टीम में शामिल डा. संजय द्विवेदी पर शराब के नशे में इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटना शुरू कर दिया।
मृतक के पुत्र देव प्रकाश ने आरोप लगाया कि उनके पिता की मौत नहीं बल्कि हत्या हुई है। तीमारदारों व चिकित्सकों में हाथापाई की नौबत आ गई। बवाल की सूचना पर मुंशीगंज कोतवाली प्रभारी शिवाकांत त्रिपाठी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को शांत कराया। वहीं मौत की सूचना पर मृतक के गांव से परिजन, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि गौरीगंज उमेश सिंह, नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि दीपक सिंह व बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए।
अस्पताल गेट पर लगाया ताला
गुरुवार की सुबह अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए परिजनों व ग्रामीणों ने अस्पताल का मुख्य गेट बंद कर ताला लगा दिया। जिसके चलते अस्पताल में ओपीडी बाधित हो गई। जिसका असर इलाज के लिए अस्पताल आए अन्य मरीजों पर पड़ा और लोग बिना इलाज कराए वापस लौटने को मजबूर हुए। सुबह लगभग 11 बजे पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने के बाद परिजन शांत हुए। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इन पर दर्ज हुआ मुकदमा
मृतक के पुत्र देव प्रकाश मिश्र की तहरीर पर पुलिस ने संजय गांधी अस्पताल के डा. संजय द्विवेदी, डा. सत्येन्द्र तिवारी, डा. प्रशांत द्विवेदी व डा. अपूर्वा मिश्रा के विरुद्ध लापरवाही से इलाज करने के आरोप में केस दर्ज किया है। मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है।
एसडीएम के साथ ही मौजूद रही कई थानों की फोर्स
अस्पताल में बवाल की सूचना पर एसडीएम गौरीगंज दिग्विजय सिंह, एसडीएम अमेठी आशीष सिंह, सीओ अमेठी मनोज कुमार मिश्र व गौरीगंज सीओ अखिलेश वर्मा सहित तीन थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।
अमेठी सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह ने बताया, एसीएमओ डा. राम प्रसाद के नेतृत्व में डा. पीके उपाध्याय व डा. अमित यादव की तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। तीन दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। जांच रिपोर्ट मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
संजयी गांधी अस्पताल सीईओ अवधेश शर्मा ने बताया, मरीज के इलाज के दौरान दोबारा अटैक आ गया था, जिसको रिकवर करने की कोशिश की गई। लेकिन हम मरीज को बचा नहीं सके। इलाज में लापरवाही का आरोप पूरी तरह से गलत है।