Hindustan Special: महंगा किराया, टूटी सीट, यात्री बोले यह कैसी ट्रेन
- सीटे टूटी पड़ी है, सीट कवर फट चुके हैं और शौचालय में सफाई तक नहीं है। यह हाल है आगरा-लखनऊ इंटरसिटी का। रेलवे प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। करीब 14 स्टेशनों पर रुकने वाली इस ट्रेन का किराया भी कम नहीं।
सीटे टूटी पड़ी है, सीट कवर फट चुके हैं और शौचालय में सफाई तक नहीं है। यह हाल है आगरा-लखनऊ इंटरसिटी का। रेलवे प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। करीब 14 स्टेशनों पर रुकने वाली इस ट्रेन का किराया भी कम नहीं। तत्काल में वयस्क का 950 और बच्चों का टिकट 650 रुपये है। यात्री सोशल मीडिया पर रेलवे से सवाल पूछ रहे हैं।
आगरा फोर्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस आगरा किले और लखनऊ जंक्शन को जोड़ने वाली भारतीय रेलवे की एक इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन है। यह वर्तमान में दैनिक आधार पर 12179/12180 ट्रेन नंबरों के साथ संचालित की जा रही है। ट्रेन लखनऊ जंक्शन, उन्नाव जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, पनकी, रूरा, झींझक, फफूंद, इटावा जंक्शन, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, टूंडला होते हुए आगरा फोर्ट पहुंचती है। पहले यह आगरा छावनी तक चल रही थी, लेकिन 01 जुलाई 2019 को गंतव्य स्टेशन आगरा किले में बदल गया। रोजाना बड़ी संख्या में यात्री लखनऊ से आगरा सफर करते हैं।
इसके बावजूद रेलवे प्रशासन की लापरवाही के कारण ट्रेन कोच डी1 से लेकर डी8 तक अधिकांश सीटें टूटी पड़ी है और सीट कवर भी फटे हैं। डालीगंज निवासी अशफाक खान ने रेलवे के टोल फ्री नं.139 पर शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लखनऊ से इटावा का सफर कर रहे प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि रेलवे यात्रियों से सहूलियत के नाम पर दुश्वारियां दे रहा है, पर शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई रेलवे विभाग नहीं कर रहा, जिससे आम यात्रियों को अपनी यात्रा में काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि शौचालय की सफाई नहीं है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों की मेंटिनेंस में लापरवाही यात्रियों की परेशानियां बढ़ा रही है।