जितने शामिल हैं सबका एनकाउंटर हो, अनुज प्रताप सिंह की बहन का विपिन के गैंग पर फूटा गुस्सा
- अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसकी बहन का विपिन सिंह गैंग पर गुस्सा फूटा है। उसने कहा कि मेरे भाई का तो एनकाउंटर हो गया। अब इस कांड में 14-15 जितने भी लोगों के भी नाम आए हैं सबका एनकाउंटर होना चाहिए।
Anuj Pratap Singh sister's reaction on Encounter: यूपी के उन्नाव में एसटीएफ के हाथों अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसकी बहन का विपिन सिंह गैंग पर गुस्सा फूटा है। उसने कहा कि मेरे भाई का तो एनकाउंटर हो गया। अब सुल्तानपुर डकैती में 14-15 जितने भी लोगों के भी नाम आए हैं सबका एनकाउंटर होना चाहिए। अनुज की बहन ने एनकाउंटर पर भी कई सवाल उठाए हैं। उसने कहा कि वास्तव में कानून अंधा है। कोई इंसाफ नहीं मिल रहा है। जो हो रहा है वह बहुत गलत हो रहा है। 30-35 मुकदमे वाले खुलेआम घूम रहे हैं और एक केस वाले का एनकाउंटर किया जा रहा है।
अमेठी में मीडिया से बात कर करते हुए अनुज की बहन ने कहा कि मेरा भाई निर्दोष था। वह पढ़ाई करता था। विपिन सिंह और विनय शुक्ला ने उसे लालच देकर सूरत में एक केस में फंसा दिया था। अब उसे एनकाउंटर में मार दिया गया है। वह कभी वापस नहीं आएगा। वह अपराध में शामिल था या नहीं उन्हें नहीं पता लेकिन उसका एनकाउंटर करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। सजा देना अदालत का काम है। पुलिस का नहीं।
बता दें कि सुल्तानपुर डकैती में 5 सितम्बर को मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद भी अनुज की बहन ने अपने भाई की जान को लेकर खतरे का अंदेशा जाया था। सोमवार तड़के उन्नाव में अनुज के एनकाउंटर के बाद अमेठी में मीडिया से बात करते हुए उसने कहा कि मैं यही कहना चाहती हूं कि जिन्हें पुलिस की वर्दी दी गई है वे इसका गलत फायदा न उठाएं। जिसके ऊपर 36 केस है उसका भी एनकाउंटर करवा देते। जिसके ऊपर एक केस है। जो बेगुनाह है उसका भी एनकाउंटर करवा दिए हैं ये लोग। अगर में 14-15 लोग शामिल हैं तो सबका एनकाउंटर होना चाहिए। कानून वास्तव में अंधा है। कोई इंसाफ नहीं मिल रहा है। हम लोगों पर क्या बीत रही है, हम ही जानते हैं। हमारी मां भी नहीं है। अगर हमारे पिता को कुछ हो गया तो वही बड़े भाई तो हमारा सहारा थे, उन लोगों ने उनका बेरहमी से एनकाउंटर कर दिया।
अनुज की बहन ने कहा कि मैं यही चाहती हूं कि सबका एनकाउंटर हो। इंसाफ मिले। अभी तक तो हम सरकार के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे थे लेकिन वास्तव में जो हो रहा है, बहुत गलत हो रहा है। चाहे इसमें विपक्षी पार्टी हो या कोई भी नेता हो। जो करवा रहा है बहुत गलत करवा रहा है। हम लोगों को इंसाफ मिलना चाहिए। जो किए हैं बहुत गलत किए हैं। भगवान तो उनको सजा देंगे ही लेकिन कानून को भी सजा देनी चाहिए। यदि कोई गुनाह करता है तो उसकी सजा कोर्ट देता न कि पुलिस ऐसे ही एनकाउंटर कर देगी।
अनुज की बहन ने कहा कि मेरे भाई का स्वभाव बहुत सरल था। वह पढ़ने में भी बहुत अच्छे थे। हम लोगों को बहुत स्नेह देते थे। गए थे तो बात भी होती थी। आज यह सुनने के बाद जैसे लग रहा है कि हमारे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई हो। पुलिस फायरिंग और मुठभेड़ की झूठी अफवाह फैला रही है। यदि ऐसा हुआ तो पुलिस का एनकाउंटर क्यों नहीं हुआ?
उसने बताया कि आखिरी बार अनुज तीन जून को गांव आया था। चार जून को उसका सूरत का टिकट था। वह वापस चला गया था। वहीं रहता था। कहा कि विपिन सिंह और विनय शुक्ला हमारे घर तीन-चार बार आए थे। हमारे भाई पढ़ाई करते थे। उन लोगों ने उनको गाड़ी-बंगले का लालच दिया। जबकि भगवान का दिया सब कुछ हमारे पास है। लेकिन उन्होंने लालच दिया और सूरत ले जाकर एक केस में फंसा दिया। वो थे कि नहीं थे यह हम लोगों को नहीं पता। ये तो सिर्फ विपिन और विनय को पता है। उसने कहा कि अब तो मेरे भाई का एनकाउंटर हो गया है। वह वापस नहीं आ सकता लेकिन जिन लोगों ने यह एनकाउंटर किया है उन्हें सजा मिलनी चाहिए।