Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़इटावाPreparations for Chambal Marathon complete country will run in the rugged today

चंबल मैराथन की तैयारियां पूरी, आज बीहड़ में दौड़ेगा देश

इटावा। हिन्दुस्तान संवाद चंबल फाउंडेशन द्वारा गुरुवार की सुबह आठ बजे से जनपद स्थित...

Newswrap हिन्दुस्तान, इटावा औरैयाWed, 13 Jan 2021 11:22 PM
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इटावा। हिन्दुस्तान संवाद

चंबल फाउंडेशन द्वारा गुरुवार की सुबह आठ बजे से जनपद स्थित चंबल नदी से यमुना नदी तक चंबल मैराथन प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। मैराथन का प्रारंभ खेड़ा अजब सिंह गांव के नजदीक चंबल वैली बर्ड वाचिंग एवं क्रोकोडाइल रिसर्च सेंटर से होगा। समापन रम्पुरा गांव में यमुना नदी तट पर होगा। चंबल फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे ‘स्प्रिट चंबल और ‘रन फार बेटर चंबल मुहिम से चंबल घाटी की सूरत बदलने की कोशिश शिद्दत से जारी है। चंबल मैराथन प्रतियोगिता की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।

आयोजक मंंडल ने बताया कि चंबल मैराथन का रूट अब चंबल नदी तट पर बर्ड वाचिंग एंड क्रोकोडाइल रिसर्च सेंटर खेड़ा अजब सिंह, लक्ष्मणपुरा, नगला भवानी, उदी, चकरनगर रोड से नगला अजीत, भटपुरा, रमी का वर, पूठन, गाती के बाद रम्पुरा में समापन होगा। आजादी आंदोलन में क्रांतिवीरों की शरणस्थली रहे चंबल और यमुना के दोआब में होने वाले चंबल नदी से यमुना नदी तक मैराथन बीहड़ों से भरखों के बीच से गुजरते हुए, पीले सरसों के खेतों के बीच एक अलग नजारा होगा जो कि चंबल पर्यटन के लिए देश विदेश को अपनी तरफ आकर्षित करेगा। चंबल नदी की स्वच्छ जलधारा का कलकल निनाद और उसके कूल-कछारों में दूर देश से आए प्रवासी पंछियों की चहचहाहट की आवाजें खिलाड़ियों को आनंदित कर देगी। पीला सोना यानी सरसों के फूलों से लदा यह दोआबा और बीहड़ के खाई-भरखे, चंबल मैराथन के दौरान चंबल नदी में मगरमच्छ, घड़ियाल और डॉल्फिनों के जीवन्त दृश्य और यमुना के रेतीले तट सुकून का एहसास कराएंंगे।

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