निजी अस्पताल में सहयोग कर रहीं थी सरकारी स्टॉफ नर्सब
महेवा के मां हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने अनियमितताओं के कारण सीज कर दिया। अस्पताल में सहायक नर्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से चर्चा बढ़ी है। अस्पताल में एलोपैथिक इलाज हो रहा था जबकि यह यूनानी...
महेवा। कस्बा में संचालित मां हॉस्पिटल एवं मैटरनिटी सेंटर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली अनियमितताओं के चलते सीज किया गया था। उसी अस्पताल में सहायक के रूप में अपनी ड्यूटी छोड़कर सहयोग करने वाली एक स्टाफ नर्स के खिलाफ कोई भी कार्यवाही अभी तक विभाग द्वारा न किए जाने से चर्चा तेज हो गयीं है। दरअसल सीज किया गया अस्पताल यूनानी पद्धति से संबद्ध होने के बावजूद इसमें एलोपैथिक विधि से इलाज हो रहा था। ओटी से लेकर अन्य सभी कार्य भी होते हैं पूर्व में दो बार यहां प्रसूता महिलाओं की मौत के चलते अस्पताल सीज भी हो चुका इसके बावजूद राजनैतिक दबाव व स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी से यह चालू हो जाता है। महेवा व आसपास के क्षेत्र में करीब आधा दर्जन से अधिक अस्पताल ऐसे है जिनका न तो रजिस्ट्रेशन है एवं न ही योग्यता धारी स्टाफ है फिर भी स्वास्थ्य विभाग की नजर उन पर नहीं पड़ती। सीएचसी अधीक्षक डॉ. गौरव त्रिपाठी ने बताया कि सरकारी स्टाफ नर्स के निजी अस्पताल में सहयोग करने तथा ड्यूटी टाइम में वहां रहने की बात सामने आई है। विभागीय कार्यवाही रिपोर्ट सीएमओ को भेजी गई है।
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