Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़एटाJain Community Celebrates Purity on Fourth Day of Paryushan with Worship of Tirthankar Mahavir

जिनागम पंथ में उत्तम शौच धर्म का अर्थ होता पवित्रता

पर्युषण महापर्व के चौथे दिन जैन अनुयायियों ने उत्तम शौच धर्म का पालन करते हुए भगवान महावीर की पूजा की। जिनालयों में प्रवचन और जैन शास्त्रों का वाचन हुआ। श्रावक-श्राविकाओं ने भगवान का अभिषेक और...

Newswrap हिन्दुस्तान, एटाWed, 11 Sep 2024 05:22 PM
share Share

पर्युषण महापर्व के चौथे दिन जैन अनुयायियों ने उत्तम शौच धर्म का पालन कर तीर्थंकर भगवान महावीर की विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की। जिनालयों में दिनभर प्रवचन और जैन शास्त्रों का वाचन होता रहा। बुधवार को पुरानी बस्ती स्थित पद्मावती पुरवाल पंचायत बड़े जैन मंदिर एवं प्रेमनगर स्थित नसिया जी मंदिर सहित शहर के सभी जिनालयों एवं चैत्यालयों में प्रात: श्रावक, श्राविकाओं ने भगवान महावीर का अभिषेक, शांतिधारा पूजन किया। इसके बाद साधना शिविर में जैन विद्धानों ने प्रवचन के माध्यम बताया कि उत्तम शौच धर्म का अर्थ होता है पवित्रता। हमें अपने भावों में पवित्रता, शुचिता लानी चाहिए। लोभ को छोड़ना चाहिए। जैन गली स्थित श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन चैत्यालय एवं कासगंज रोड स्थित वीर विमल अहिंसा स्थल पर भगवान महावीर की प्रतिमा का अभिषेक, शांतिधारा एव पूजन किया गया। योगेश जैन, पवन जैन, अर्पितराज जैन, विपिन जैन, विदित जैन, ऋषभ जैन, गोटू जैन, रजत जैन, सुनील जैन बांदा, बबिता जैन, प्रिया जैन, जिनवाणी जैन, गर्विता जैन, मधु जैन आदि मौजूद रहे।

जैन अनुयायियों ने किया शौच धर्म का पालन

सकीट। श्री दिगम्बर जैन मंदिर में भोर होते ही श्रावक, श्राविकाओं ने भगवान की पूजा अर्चना करते हुए, उत्तम शौच धर्म का पालन किया। जिनालय में उपस्थित जैन विद्धान पंडित अक्षत जैन ने बताया कि उत्तम उत्तम शौच पवित्रता का प्रतीक है। यह पवित्रता संतोष के माध्यम से आती है। लोभ व इच्छा से तृष्णा बढ़ती है। जिसकी पूर्ति कर पाना संभव नही है। इस अवसर पर जैन बडी संख्या में लोग मौजूद रहे।

पुष्पदंत भगवान को चढ़ाया 101 किलो का निर्वाण लाडू

अवागढ़। पंचायती दिगंबर जैन मंदिर में पुष्पदंत भगवान का निर्वाण महोत्सव मनाया गया। इंद्र-इंद्राणी के रुप में श्रावक, श्रावक ने भगवान को 101 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया। उसके बाद शांतिधारा अभिषेक किया। दोपहर में ललितपुर से पधारे विद्वान विकास जैन, अनिकेत ने उत्तम शौच धर्म के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि शौच का अर्थ पवित्रता उज्ज्वलता है। रात में प्रभु 108 दीपकों से भक्तिमय आरती हुई। उसके बाद भगवान के जीवन पर आधारित केवीसी प्रश्नमंच का आयोजन हुआ। तरुण जैन, हर्ष कुमार जैन, पवन जैन, दीपक जैन, बासु जैन, मनोज जैन, अतिशय जैन, जतिन जैन, मयंक जैन, राजीव जैन, शरद जैन आदि लोग शामिल रहे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें