उल्टी-दस्त : बचाव-सावधानी और स्वच्छता करेंगे बीमारों को सुरक्षित
Etah News - मेडिकल कालेज में उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। प्रतिदिन 50 से 60 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि साफ पानी, ताजा खाना और स्वच्छता से डायरिया से बचा जा सकता है। ओआरएस घोल...

मेडिकल कालेज में उल्टी-दस्त पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। ओपीडी में प्रतिदिन 50 से 60 उल्टी-दस्तके मरीज पहुंच रहे हैं। मेडिकल कालेज की मेडिसिन ओपीडी में मौजूद चिकित्सकों ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 450 से 550 तक मरीज उपचार लेने आ रहे है, जिसमें वायरल फीवर के साथ-साथ डायरिया के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। ओपीडी में आने वाले वायरल फीवर के रोगियों की संख्या 300 से अधिक है। डायरिया के मरीज 50 से 60 तक मरीज आ रहे हैं। चिकित्सक डायरिया के मरीजों को उपचार के साथ खानपान, साफ-सफाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि डायरिया से बचाव के लिए ज़रूरी है कि साफ पानी पिएं। ताजा और ढका हुआ भोजन करें। खाने से पहले, शौच के बाद हाथ धोने की आदत अपनाएं। दस्त हो जाए तो बिना देर किए ओआरएस घोल दें। स्वच्छता, सावधानी और समय पर उपचार तीनों मिलकर हमें और हमारे अपनों को डायरिया से सुरक्षित रखते हैं। लोगों के लिए स्वच्छ जल, स्वच्छ भोजन, ओआरएस घोल, डायरिया के लक्षण, दस्त का इलाज, सफाई, स्वास्थ्य जागरूकता, संक्रमण से बचाव, हेल्दी लाइफस्टाइल, रोगों से सुरक्षा के प्रति जरूरी है।
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