बोले एटा: गांधी मार्केट में कागजों में नहीं हकीकत में लागू करें वन-वे
Etah News - गांधी मार्केट में वन-वे व्यवस्था का पालन नहीं हो रहा है। दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही से जाम की स्थिति बनी रहती है। दुकानदारों और ग्राहकों को पार्किंग, टॉयलेट और जलभराव की समस्याओं का सामना करना पड़...
शहर की पांच सड़कों पर वनवे व्यवस्था लागू की गई है, लेकिन यह आदेश सिर्फ कागजों में दिखाई देता है। यही कारण है कि इन सड़कों पर दोनों ओर से वाहन दौड़ रहे हैं। नियमों का पालन न होने के कारण इन स्थानों पर जाम लगा रहता है। जाम के कारण यहां से चार और दो पहिया तो छोड़िए... पैदल चलने वालों तक को रास्ता नहीं मिलता है। हिन्दुस्तान के ‘बोले एटा संवाद में गांधी मार्केट के व्यापारियों से बात की। इस दौरान लोगों ने कहा कि भारी वाहनों से गांधी मार्केट में दिन भर परेशानी होती है। वनवे व्यवस्था सख्ती से लागू की जाए।
एटा शहर के मुख्य बाजार गांधी मार्केट में वन-वे सिस्टम लागू हुए कई वर्ष बीत चुके हैं। मार्केट में अभी भी दोनों तरफ से न केवल निजी वाहन बल्कि मालवाहक वाहन भी गुजर रहे हैं। इससे यातायात बाधित हो रहा है और खरीदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही मार्केट के दोनों तरफ अवैध पार्किंग की समस्या बनी हुई है। इससे सड़क संकरी हो गई है और वाहनों को निकलने में दिक्कत हो रही है। इतना ही नहीं कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानों का सामान सड़क तक फैला रखा है। दुकानों के सामने हर घंटे के अंतराल पर जाम की समस्या पैदा हो रही है। जबकि यातायात पुलिस इस समस्या को लेकर लापरवाही बरत रही है। शहर के गांधी मार्केट में पार्किंग की समस्या एक गंभीर मुद्दा है। इससे व्यापारी और ग्राहक दोनों परेशान हैं। इस समस्या के कई कारण हैं, जैसे मार्केट में दुकानों की बढ़ती संख्या और पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह का अभाव। इस समस्या को हल करने के लिए नगर पालिका को पार्किंग के लिए नई जगह बनानी चाहिए और मल्टी-लेवल पार्किंग का निर्माण करना चाहिए। इसके साथ ही व्यापारियों और ग्राहकों को भी अपनी गाड़ियों को सही ढंग से पार्क करने के लिए जागरूक होना चाहिए। बारिश होने पर होता है जलभराव: बारिश के दिनों में गांधी मार्केट के अंदर जलभराव एक गंभीर समस्या बनी रहती है। यह समस्या न केवल व्यापारियों के लिए, बल्कि आम जनता के लिए भी परेशानी का सबब बन जाती है। जलभराव के कारण बाजार में गंदगी फैल जाती है। जिससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। बरसात में मार्केट में पानी भर जाने से ग्राहकों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है। इस समस्या के कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है नालियों का ठीक से न होना। कई जगह नालियां टूटी हुई हैं या उनमें कचरा जमा है, जिससे पानी का बहाव रुक जाता है। इसके अलावा कुछ मार्केट की सड़क मुख्य मार्ग जीटी रोड से नीची है, इससे बरसात के दिनों में नालियों का पानी आगे नहीं बढ़ पाता है, इसके अलावा कुछ लोग नालियों में कचरा फेंकते रहते हैं, जिससे वे और भी चोक हो जाती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए नगर पालिका को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। नालियों की नियमित सफाई होनी चाहिए और नालियों को चौड़ा और व्यवस्थित किया जाना चाहिए। गांधी मार्केट में पार्किंग और टॉयलेट की सबसे बड़ी असुविधा है, मार्केट के ज्यादातर दुकानदार हमारे निजी शाह कॉम्प्लेक्श में अपने वाहनों को पार्क करते हैं, और हमारे कॉम्प्लेक्श के दुकानदारों के बनाए गए टॉयलेट का उपयोग करते हैं। नगर पालिका की ओर से गांधी मार्केट के दुकानदारों और ग्राहकों के लिए टॉयलेट और पार्किंग की कोई सुविधा नहीं दी है। -शराफत हुसैन काले, शाह मार्केट गांधी मार्केट में कार और बाइकों के अलावा मालवाहक वाहन भी आवागमन करते हैं। जबकि गांधी मार्केट की मार्ग को कई वर्ष पहले ही वन वे घोषित किया जा चुका है। लेकिन इसका पालन बिल्कुल भी नहीं कराया जा रहा है। मार्केट में वाहनों के कारण जाम के हालात बने रहते हैं, दुकानों पर आने वाले खरीदारों का भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। -नवीन अरोड़ा, दुकानदार, गांधी मार्केट गांधी मार्केट में बाइक और कारों के अलावा सभी प्रकार के वाहनों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। बाजार में सबसे पहले पार्किंग और टॉयलेट के अलावा पेयजल की व्यवस्था कराई जानी चाहिए। यह सभी कार्य नगर पालिकों को कराने चाहिए। ट्रेफिक पुलिस को वन वे का पालन करना चाहिए। मार्ग पर सिंगल वे के बोर्ड लगाने चाहिए।-सुनील कुमार, गांधी मार्केट एटा। गांधी मार्केट शहर का सबसे व्यस्त और पुराना बाजार हैं, बाजार में जल निकासी की बेहद बुरी स्थिति बारिश के दिनों में बनी रहती है। मार्केट में जलभराव होने के कारण दुकानदारों के साथ ग्राहकों एवं राहगीरों को अनेकों प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नगर पालिका ने वर्षों बाद भी गांधी मार्केट की मुख्य सड़क का उच्चीकरण नहीं कराया है। -राजीव कुमार पांडेय, गांधी मार्केट शहर के प्रमुख कपड़ा बाजार में सुमार होने के बाद भी गांधी मार्केट में सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। पानी पीने के लिए कोई नल या वाटर कूलर नहीं है। टॉयलेट के लिए दुकानदारों को दूर जाना पड़ता है। वाहन खड़ा करने के लिए कोई पार्किंग नहीं है। वन वे होने के बाद भी मालवाहक वाहन मार्केट से गुजरते हैं, समस्या पर कोई ध्यान नहीं है। -वीके सिंह चौहान, गांधी मार्केट गांधी मार्केट के व्यापारियों को सबसे अधिक परेशानी वाहन खड़ा करने को होती है, अगर कोई ग्राहक कार से दुकान पर आता है तो मार्ग पर जाम की समस्या पैदा हो जाती है। नगर पालिका को सबसे पहले मार्केट के लिए वाहन पार्किंग की समस्या को दूर करना चाहिए। इसके बाद टॉयलेट और पेयजल की समस्या को दूर करना चाहिए। -वैभव जैन, गांधी मार्केट गांधी मार्केट में कुछ दुकानों के आगे मार्ग बेहद सकरी है, वहां हमेशा जाम के हालात बने रहते हैं। इस समस्या के कारण दुकानदारों के साथ ग्राहकों को बेहद मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। उसके बाद भी बड़े वाहनों को मार्केट से होकर गुजरने के लिए कोई पाबंदी नहीं लगाई है। कार और बाइकों के अलावा सभी वाहनों की मार्केट में नोएंट्री होनी चाहिए। -लखपत, गांधी मार्केट मार्केट के दुकानदारों को पार्किंग, टॉयलेट और पेयजल संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा बाजार में आए दिन जाम की समस्या से ग्राहकों को जूझना पड़ता है। बारिश में मार्केट के दुकानदार नालियां चौक होने के साथ सड़क जीटी रोड से नीची होने के कारण जलभराव की समस्या से जूझते रहते हैं। कई बार शिकायते की कोई सुनवाई नहीं की गई है। -राकेश कुमार, गांधी मार्केट गांधी मार्केट में खरीदारी करने के लिए आने वाले ज्यादातर लोग शाह मार्केट में वाहनों को खड़ा करके चले जाते हैं। इससे शाह मार्केट के दुकानदारों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गांधी मार्केट के लिए पार्किंग की व्यवस्था नगर पालिका को करानी चाहिए, निजी मार्केट के दुकानदारों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है। -प्रशांत गुप्ता, शाह मार्केट गांधी मार्केट में वन वे रूल का कोई पालन नहीं हो रहा है। सबसे अधिक ट्रैक्टर, छोटा हाथी, टेंपों, मैक्सपिक अप जैसे मालवाहक वाहनों का आवागमन होने से जाम के हालात पैदा होते रहते हैं। पेयजल के लिए भी दुकानदारों के साथ ग्राहकों को भी भटकना पड़ता है। नगर पालिका को इन मुद्दों पर विचार कर उनका हल करना चाहिए।-रिजवान हबीब, गांधी मार्केट गांधी मार्केट के अंदर अनाधिकृत वाहनों की नोएंट्री की जानी चाहिए, केवल खरीदारों एवं दुकानदारों के वाहनों को आने की अनुमति देनी चाहिए, बाकी टेंपो, रिक्शा, मालवाहक वाहनों को बाजार के अंदर नहीं आने देना चाहिए। नियम लागू होने पर भी कोई पालन नहीं हो रहा है। ट्रेफिक पुलिस तो दूर मार्केट में होमगार्डों को भी तैनात नहीं किया गया है। एकल मार्ग से संबंधित कोई बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। -प्रशांत जैन, शाह मार्केट गांधी मार्केट के दुकानदार हमारी शाह मार्केट स्थित दुकान के बाहर वाहनों को खड़ा कर देते है। इसकी वजह से दुकान पर आने वाले ग्राहकों को अनेकों प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बाजार में पार्किंग स्थल न होने के साथ नियमों का पालन न होने के कारण गांधी मार्केट सहित शाह मार्केट के व्यापारी परेशानियों का सामना कर रहे है। नगर पालिका को जल्द ही योजना बनानी चाहिए। -सिल्को, शाह मार्केट बाजार बंद करने के बाद भी दुकानदारों को सड़कों पर कूड़ा फेंकना पड़ता है, इसका मुख्य कारण है कि बाजार में डस्टबिन भी नहीं लगाए गए हैं। इसके साथ ही पेयजल की भारी समस्या है, पालिका की ओर से गर्मी के दिनों न तो प्याऊ लगवाई गई है और ना ही वाटर कूलर लगवाए गए है। मार्केट में वाहन खड़ा करने के लिए भी कोई स्थान नहीं है, इससे ग्राहकों को भी परेशानियां होती है।-विष्णु वाष्र्णेय, गांधी मार्केट गांधी मार्केट में वाहन खडे करने के लिए पार्किंग, टॉयलेट के लिए शौचालय, पीने के लिए पानी की बेहद जरुरत है। इसके साथ ही बारिश के दिनों में जलभराव से मुक्ति देने के लिए सड़क का उच्चीकरण भी परम आश्वश्यक है। नगर पालिका को इस बात पर विचार करना चाहिए और जल्द से जल्द दुकानदारों की समस्या का निदान करना चाहिए।-विनय गुप्ता, गांधी मार्केट शहर के मुख्य बाजारों में सुमार होने के बाद भी गांधी मार्केट में वो कोई सुविधा नहीं है, जो वास्तविक मुख्यालय के बाजार में होनी चाहिए। ग्राहकों के साथ दुकानदारों को पेयजल के लिए भटकना पड़ता है। टॉयलेट के लिए महिला या पुरूष किसी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। बाजार में जाम की समस्या बनी रहने घंटों लोग परेशान होते है। बारिश के दिनों में जलभराव की मूल समस्या होती है।-मनोज शुक्ला, गांधी मार्केट दुकानदार वर्षों से मांग करते आ रहे है कि मार्केट के लिए एक पार्किंग स्थल बनाया जाए। इससे ग्राहकों के साथ दुकानदारों के वाहन भी व्यवस्थित ढंग से समुचित स्थान पर खड़े हो सकें। लेकिन इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इतना ही नहीं मार्केट के दुकानदारों एवं ग्राहकों के लिए टॉयलेट की सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है। भीषण गर्मी के चलते प्यास बुझाने के लिए मार्केट में गांधी मार्केट में एकल मार्ग का नियम लागू होने के बाद भी आज तक उसका पालन नहीं किया गया है। ग्राहक तो वाहन लेकर आएंगे, लेकिन अनावश्यक मालवाहक वाहन भी मार्केट के मार्ग से होकर गुजरते हैं। अधिकांश लोगों को यह पता भी नहीं कि गांधी मार्केट का रोड एकल रोड है। इसका कारण है कि इसकी जानकारी से संबंधित मार्ग पर कोई बोर्ड या दिशा निर्देश नहीं लगाए गए है।-शीतल बिजवानी, गांधी मार्केट पेयजल की व्यवस्था नहीं है। -जावेद खान, गांधी मार्केट बारिश के दिनों में गांधी मार्केट के अंदर जलभराव की गंभीर समस्या पैदा होती है। इसके लिए मार्केट की जल निकासी बेहतर होने के साथ सड़क का उच्चीकरण भी बेहद जरुरी है। इसके साथ ही टॉयलेट के लिए यूरिनल और पेयजल के आरओ वाटर कूलर मशीन भी जरुरी है। मार्केट में मालवाहक वाहनों की नो एंट्री भी बेहद जरुरी है। इसके लिए ट्रेफिक पुलिस को नजर रखनी चाहिए।-सलीम अहमद, गांधी मार्केट
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