मरथरा में पांच डेंगू एनएस-1 निकले, जिला अस्पताल भेजा
एटा/मरथरा। गुरुवार को गांव मरथरा में सत्यपाल सिंह की डेंगू एनएस-1 बीमारी से मौत हो गई। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में टीम भेजकर लोगों की जांच...
गुरुवार को गांव मरथरा में सत्यपाल सिंह की डेंगू एनएस-1 बीमारी से मौत हो गई। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में टीम भेजकर लोगों की जांच कराई है। शुक्रवार को भी डा. रामेन्द्र प्रताप के नेतृत्व में पहुंची टीम ने गांव में पचास लोगों की जांच की। जांच में पांच डेंगू एनएस-1 पॉजिटिव निकले हैं। संभावित डेंगू मरीजों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय उपचार के लिए रेफर किया गया है।
चिकित्सक डा. रामेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि जांच में शर्मिला पत्नी राधेश्याम (30 वर्ष), सूरज पुत्र सुधीर (8 वर्ष), फरहान पुत्र नसीर (16 वर्ष), अवनीश पुत्र सत्यपाल (32 वर्ष), वर्षा पुत्री गुफरान (10 वर्ष) डेंगू एनएस-1 पॉजिटिव निकले हैं। उन्होंने बताया कि टीम ने गांव में 50 लोगों की जांच की है। जबकि 109 लोगों की जांच कर उपचार दिया गया है। साथ ही गांव में पहुंची टीम ने शुक्रवार को लोगों को होम्योपैथी दवा भी पिलाई है। गांव में लार्वीसाइड कीटनाशक का छिड़काव कराया है। गांव में दो दिन हुई जांच में आठ डेंगू एनएस-1 मरीज निकले हैं। जिसमें से मात्र चार को ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा सका है। गुरुवार को निकले तीन मरीज में से एक शिवा पुत्र संजू को अस्पताल भेजे जाने के बाद भी भर्ती नहीं किया गया। उसको जब अधिक हिचकी आना शुरू हो गई। तब उसकी स्थिति देखकर परिवारीजनों ने उसको शहर में प्राइवेट चिकित्सक डा. एके सक्सेना के यहां भर्ती कराया है।
कसैटी-किदवईनगर में नहीं निकला कोई संभावित डेगू मरीज
एटा। शहर के मोहल्ला किदवईनगर में शुक्रवार को भी टीम पहुंची। टीम ने यहां पर लगभग दो दर्जन लोगों की जांच की। जांच में कोई भी संभावित डेंगू का मरीज नहीं निकला है। टीम ने यहां पर जांच कर लोगों को उपचार दिया है। साथ ही लोगों को होम्योपैथी की दवा भी पिलाई है। इसके अलावा शुक्रवार को गांव कसैटी में डा. मनोज गुप्ता के नेतृत्व में टीम पहुंची। टीम ने गांव में 50 लोगों को जांच कर उपचार दिया। लगभग 15 लोगों की डेंगू, मलेरिया की जांच की। जांच में कोई भी संभावित डेंगू मरीज नहीं निकला है। ग्राम प्रधान शेरसिंह ने बताया कि गांव में डेंगू के मरीज नहीं निकले हैं। उसके बाद गांव में वायरल फीवर के मरीज अभी भी हैं। वह प्राइवेट चिकित्सकों के यहां उपचार ले रहे हैं।
शुक्रवार को मरथरा, कसैटी और किदवईनगर में टीमें भेजी गई हैं। उसमें से मरथरा में पांच डेंगू एनएस-1 मरीज निकले हैं। उपचार को जिला अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार दिलाया जा रहा है। कसैटी, किदवईनगर में डेंगू का कोई संभावित मरीज नहीं मिला है।
-लोकमन सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी, एटा।
जिले में जहां से भी संभावित डेंगू मरीज की जानकारी मिल रही है। वहां पर टीमों को भेजकर एंटी डेंगू, मलेरिया गतिविधियां कराई जा रही हैं। वर्तमान में संचारी रोगों की रोकथाम को विशेष नजर रखी जा रही है।
-डा. अरविंद कुमार गर्ग, सीएमओ, एटा।
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