यात्री रेल संचालन के नाम पर एटा वासियों के साथ होता चला आ रहा सोतेला व्यवहार
Etah News - उत्तर मध्य रेलवे के अधीन एटा-बरहन रेल खंड पर 66 वर्षों में केवल एक पैसेंजर ट्रेन चलाई गई है। होली पर एटा के लिए स्पेशल ट्रेनों की मांग की जा रही है, लेकिन रेलवे ने अभी तक कोई विशेष ट्रेन नहीं चलाई है।...

उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के अधीन होने के साथ 66 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक एटा-बरहन रेल खंड़ पर कुल सात डिब्बों की केवल एक ही पैसेंजर ट्रेन अलग-अलग समय पर दो लोकल रूटों पर संचालित की जा रही है। इस एक पैसेंजर ट्रेन के अलावा इस रेल खंड़ पर आज तक दूसरी कोई पैंसेंजर ट्रेन नहीं चलाई गई है। रेल मंडल होली पर उन सभी शहरों के लिए स्पेशल पैसेंजर ट्रेनों का संचालन कर रहा है, जहां से यात्रियों की अच्छी आवाजाही रहती है। होली पर एटा में भी यात्रियों की अच्छी भीड़ रहती है। उसके बाद भी रेलवे ने एटा से दिल्ली, कानपुर, लखनऊ के बीच कोई होली स्पेशल पैसेंजर ट्रेन संचालित नहीं की है। इसके कारण अन्य शहरों में रहने वाले लोगों को त्योहारों पर एटा आने जाने के लिए निजी वाहनों और बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। एटा के लोग आगरा फोर्ट-एटा के बीच प्रतिदिन चलने वाली स्पेशल पैसेंजर ट्रेन को मथुरा जंक्शन तक चलाने की मांग करते आ रहे हैं।
इस संबंध में केंद्रीय राज्यमंत्री/आगरा सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, पूर्व एटा सांसद राजवीर सिंह, सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड व अन्य जनप्रतिनिधि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ ही संबंधित रेल मंडल प्रयागराज के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखे चुके हैं। बावजूद इसके रेलवे बोर्ड ने एटा-आगरा फोर्ट पैसेंजर ट्रेन का संचालन मथुरा जंक्शन तक नहीं किया है। इतना ही नहीं त्योहारों पर दिल्ली-एनसीआर के अलावा कानपुर, लखनऊ आदि महानगरों से एटा आने-जाने वाले हजारों यात्रियों के लिए भी कोई स्पेशल पैसेंजर ट्रेन संचालित नहीं की गई है। जबकि रेलवे बोर्ड के माध्यम से अन्य शहरों के लिए प्रतिदिन कोई न कोई होली स्पेशल ट्रेन संचालित की जा रही है।
होली स्पेशन ट्रेन का संचालन यात्रियों की डिमांड के अनुसार किया जाता है। एटा में जाकर रेलवे लाइन खत्म हो जाती है, वहां से यात्रियों की डिमांड भी नहीं आती है। इसके कारण रेल बोर्ड की ओर से एटा के लिए कोई भी होली स्पेशल ट्रेन का आदेश नहीं आया है। ट्रेन संचालन के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की पहल भी अहम भूमिका निभाती है।-अमित कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज।
एटा के वरिष्ठ नागरिक की मांग
एटा के हजारों लोग दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, मथुरा और आगरा में कार्य करते हैं। एटा के बच्चे भी इन महानगरों में बड़ी तादात में पढ़ रहे हैं। होली पर ये सभी अपने घर एटा आते हैं, तब बसों की कमी पड़ जाती है। इस कारण आने जाने में बेहद परेशानियां होती है। अगर एटा से दिल्ली, कानपुर, लखनऊ के बीच एक-एक होली स्पेशल ट्रेन चला दी जाए और आगरा जाने वाली ट्रेन को मथुरा तक संचालित कर दिया।
--प्रदीप कुमार बिसारिया, उपाध्यक्ष, सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक समिति एटा।
एटा के लोगों के साथ देश आजादी के बाद से अब तक सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। आज तक रेल लाइन विस्तार नहीं किया गया। इसके साथ ही किसी अन्य रूट के लिए नई ट्रेन नहीं चलाई गई है। त्योहारों पर लोग एटा बड़ी संख्या में आवागमन करते हैं, उनके लिए कोई स्पेशल पैसेंजर रेल नहीं चलाई गई है। एटा-बरहन रेल लाइन का विद्युतीकरण भी हो चुका है।--रमेश चंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक समिति एटा।
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