Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़एटाEtah could not wash away the stigma of looting booths this time too

इस बार भी बूथ लूटने का कलंक नहीं धो सका एटा

पुलिस-प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी बूथ लुटने का कलंक लग ही गया है। इस बार भी पंचायत चुनाव में बूथ लूटने के कलंक को नहीं धोया जा सका ओर आखिरी समय...

Newswrap हिन्दुस्तान, एटाTue, 20 April 2021 11:10 PM
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पुलिस-प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी बूथ लुटने का कलंक लग ही गया है। इस बार भी पंचायत चुनाव में बूथ लूटने के कलंक को नहीं धोया जा सका ओर आखिरी समय में बूथ लुटने से अधिकारियों की पूरी मेहनत पर पानी फिर गया। हालांकि पिछले पंचायत चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में पुलिस-प्रशासन हिंसाओं को रोकने में कामयाब रही।

पंचायत चुनाव में उपद्रव न हो ऐसा हो ही नहीं सकता है। पिछले पंचायत चुनाव के मुकाबले इस बार पुलिस-प्रशासन की मेहनत रंग ला रही थी मगर आखिरी समय में बूथ लुटने की घटना हो गई। हालांकि पिछले चुनाव के तुलना में इस बार हिंसा, बूथ लूटने की घटनाओं पर पुलिस-प्रशासन ने काफी हद तक लगाम लगा दिया। पिछले पंचायत चुनाव में उत्तीस मामले दर्ज हुए थे। जिसमें कई मामले बूथ लूटने के भी थे। इस बार पंचायत चुनाव में बूथ लूटने की एक ही घटना हुई। लोग बताते है कि पिछले पंचायत चुनाव में सबसे पहले हिंसा की शुरूआत राजा का रामपुर क्षेत्र से हुई थी।

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