किसानों का बनेगा डिजिटल डेटाबेस, फसलों का होगा रियल टाइम सर्वे
तहसील सभागार में एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में किसानों के लिए डिजिटल डेटाबेस बनाने और फसलों का जीआइएस आधारित रियल टाइम सर्वे कराने की योजना की चर्चा की गई। 18 नवंबर से शुरू होने...
तहसील सभागार में एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में सरकार की चलाई जा रही योजनाओं, लाभ को लेकर गांव-गांव टीम गठित कर सर्वे किया जायेगा। बैठक में विस्तार से बताते हुए निर्देश दिए गए। राज्य के किसानों का डिजिटल डेटाबेस फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के साथ ही उनकी फसलों का जीआइएस आधारित रियल टाइम सर्वे किया जाएगा। राजस्व गांव का डिजिटल क्राप सर्वे किया जाएगा। राज्य में डिजिटल सर्वे की प्रक्रिया 18 नवंवर से शुरू हो गई है जो 31 दिसंबर तक चलेगा। एग्रीस्टेक योजना का उद्देश्य किसानों को केंद्र व राज्य की सभी योजनाओं का लाभ दिलाना और इससे जुड़ी प्रक्रिया को आसान बनाना है। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में संकलित किया जाएगा। कृषि विभाग के दर्शन पोर्टल पर उपलब्ध पंजीकृत किसानों के डेटाबेस और भूलेख के डेटाबेस को समेकित कर फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जाएगी। एसडीएम जगमोहन गुप्ता ने बताया कि एप के माध्यम से लेखपाल कृषि विभाग, पंचायत सहायक सयुंक्त टीम ने गांव गांव जाकर किसानों के आधार कार्ड, उनके मोबाइल नंबर खतोनी में अंकित कर भूमि से पोर्टल पर भूमि अंकित कर अपलोड की जाएगी। बैठक में तहसीलदार संदीप सिंह, नायव तहसीलदार अरविन्द गौतम, नायव तहसीलदार सतीश कुमार के आलावा कृषि अधिकारी व अन्य मौजूद रहे.
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