Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़एटाCMO Cleared of Charges After Viral Video CHO Barakha Terminated

कमसान आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ की सेवा समाप्त

वायरल वीडियो में सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी पर आरोप लगाने वाली कमसान की सीएचओ बरखा की सेवा समाप्त कर दी गई है। जांच के बाद डीएम ने सीएमओ को क्लीन चिट दी है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर का ताला खुलवाने के...

Newswrap हिन्दुस्तान, एटाMon, 9 Sep 2024 06:24 PM
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वायरल वीडियो में सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी पर आरोप लगाने वाली कमसान की सीएचओ बरखा की डीएम प्रेमरंजन सिंह ने सेवा समाप्त कर दी है। त्रिस्तरीय जांच के बाद डीएम ने सीएमओ को क्लीन चिट दे दी है। सोमवार को डीएम ने कार्यालय में मामले में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। वायरल वीडियो काफी चर्चाओं में रहा था।

डीएम ने बताया कि कमसान आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ बरखा की सेवा समाप्त कर दी गई है। सीएचओ की सेवा समाप्त करने से पूर्व मामले की एसडीएम सदर भावना विमल, सीडीओ डा. अवधेश कुमार वाजपेयी से जांच कराई गई। दोनों अधिकारियों की जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले को डीएचएस की बैठक में रखा गया। इसमें विचार-विमर्श करने के बाद सीएचओ कमसान की सेवा समाप्त की गई है। डीएम ने बताया कि मामले की जांच के दौरान सीएचओ द्वारा लगाए आरोप सीएमओ पर सिद्ध नहीं हो पाए। 25 जुलाई को सीएचओ बरसा ने वायरल वीडियो कर सीएमओ सहित कई अन्य पर भी गंभीर आरोप लगाए गए थे। जांच में सीएमओ पर कोई आरोप साबित नहीं हुए हैं। वीडियो वायरल करने के बाद भी सीएचओ ने कोर्ट के माध्यम से भी मामला उठाने के प्रयास किए थे।

एसडीएम सदर की जांच के बाद खुलवाया आयुष्मान आरोग्य मंदिर का ताला

डीएम ने बताया कि कमसान आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर सीएचओ बरखा की ओर से वायरल वीडियो में सीएमओ सहित अन्य पर आरोप लगाए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर को बंद कर दिया था। एसडीएम सदर भावना विमल की जांच रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने सीएमओ ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर कमसान का ताला खुलवाने के निर्देश दिए थे, जिससे आसपास क्षेत्र के जनमानस को स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। ताला लगने के बाद आसपास के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलने में परेशानी हो रही थी।

वायरल वीडियो में सीएचओ ने लगाये थे यह आरोप

सीएचसी निधौलीकलां के अधीन संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर कमसान पर कार्यरत सीएचओ बरखा ने सीएमओ डा. उमेश कुमार त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। साथ ही सीएचसी बागवाला की एमओआईसी डा. नीतू सिंह, सीएमओ कार्यालय के बाबू अवस्थी पर भी स्थानांतरण कराने के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाए। इसके अलावा ब्लॉक एकाउंट मैनेजर के माध्यम से आरोप लगाया था, जिसकी शिकायत महिला हेल्पलाइन 1090 पर करने की बात भी कहीं थी।

एमओआईसी बागवाला-निधौलीकलां ने रिपोर्ट में सीएचओ को बताया लापरवाह

सीएचसी निधौलीकलां, बागवाला एमओआईसी ने आरोग्य मंदिर कमसान पर कार्यरत सीएचसी बरखा के संबंध में रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि सीएचओ बरखा ड्यूटी पर समय से नहीं पहुंचती। बिना सूचना अनुपस्थिति रहने, राजकीय कार्य न करने, आरोग्य मंदिर पर एक्सपायरी दवा पाये जाने, विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में अनुपस्थित रहने, समीक्षा बैठक में न आना, पीबीआई सूचकांत पूरा न करना, प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहना, स्थानांतरण होने पर राजकीय सामान हैण्डओवर न करना की जानकारी दी गई।

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