Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Employees in Kushinagar Medical College have been deprived of salary working without money for seven months

कुशीनगर मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों को वेतन के लाले, सात महीने से बिना पैसा कर रहे काम

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर तैनात करीब 200 सौ से अधिक कर्मचारियों को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है। इससे कर्मचारी ही नहीं इनका परिवार भी परेशान है।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, कुशीनगर वार्ताThu, 5 Sep 2024 05:46 PM
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उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर तैनात करीब 200 सौ से अधिक कर्मचारियों को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है। इससे कर्मचारियों को परिवार का पालन-पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वेतन नहीं मिलने पर कर्मचारी जहां ब्याज पर पैसा उठाने को मजबूर हैं, वहीं उन्हें अस्पताल तक आने जाने के किराये के लिये भी आए दिन किसी ना किसी से कर्ज लेना पड़ता है। जिला अस्पताल के जिम्मेदार उनके वेतन को लेकर खामोश बैठे हैं। इसका फायदा उठाते हुए निजी कंपनियां भी बेलगाम हो गई हैं। दबाव पड़ने पर एक माह का वेतन देकर फिर पुराने ढर्रे पर चली जाती हैं।

जिला अस्पताल में आउट सोर्सिंग पर सक्यिोरिटी गार्ड, अटेंडेट, स्वीपर, कंम्प्यूटर ऑपरेटर, लिफ्टमैन, वार्ड ब्वाय, बिजली मैकेनिक, सीवरमैन आदि पदों पर करीब 200 सौ से अधिक कर्मचारी तैनात हैं। इन कर्मचारियों की शिफ्ट वाइज अस्पताल में ड्यूटी लगती है। इन कर्मचारियों को सात महीने से बिना वेतन के ही काम करना पड़ रहा है।

वेतन नहीं मिलने से खफा कर्मचारियों ने कहा कि कई बार इस बारे में एजेंसी संचालक और विभागीय अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन एक या दो दिन में वेतन आने की बात कहते हैं। लेकिन सात माह से अधिक होने के बाद भी इनका वेतन नहीं मिल सका है। ऐसे में कर्मचारियों को इधर-उधर से उधार या ब्याज पर पैसा लेकर घर का चूल्हा जलाना पड़ रहा है।

कर्मचारियों ने कहा कि वे अपना काम ईमानदारी व लगन से करते हैं तो वेतन भी प्रति माह दिया जाना चाहिए। कर्मचारियों का कहना है कि कई महीने से वेतन का एक भी पैसा नहीं मिला है। खाली पेट और खाली जेब लेकर प्रतिदिन समय से अपने ड्यूटी करने के बाद भी जिम्मेदार हम लोगों की मजबूरी को नहीं समझ रहे। कर्मचारियों ने बताया कि यहां निजी कंपनियों में अवनि, परिधी, शिवम्, रामा और आकृति से करीब दौ सौ से अधिक कर्मी तैनात हैं, लेकिन कोई भी कंपनी समय से भुगतान नहीं करती। सभी ने पांच से सात माह का वेतन नहीं दिया है।

उन्होंने कहा कि दबाव बनाने पर एक माह का वेतन भेज दिया जाता है, जो लोगों से लिये कर्ज देने में ही खर्च हो जाता है, जिससे हम लोगों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने समय से प्रतिमाह वेतन भुगतान करने की मांग की है। इस संबंध में प्राचार्य डा आर के शाही का कहना है कि हस्ताक्षर हो गयें है। जल्द ही भुगतान हो जायेगा।

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