एकता हत्याकांड : महिलाओं को एक्सरसाइज कराने पर झगड़ती थी एकता, मैं नहीं मारता तो जीने नहीं देती
- एकता हत्याकांड में पूछताछ कर रही पुलिस के सामने जिम ट्रेनर विमल सोनी ने आखिरकार मुंह खोल दिया। शुरू में उसने गोल-गोल घुमाया मगर बाद में सारा सच उगल डाला। एकता की हत्या क्यों की थी? इसको लेकर जिम ट्रेनर ने विस्तार से बताया।
एकता हत्याकांड में पूछताछ कर रही पुलिस के सामने जिम ट्रेनर विमल सोनी ने आखिरकार मुंह खोल दिया। शुरू में उसने गोल-गोल घुमाया मगर बाद में सारा सच उगल डाला। एकता की हत्या क्यों की थी? इसको लेकर जिम ट्रेनर ने विस्तार से बताया। बकौल विमल, ‘अगर मैं एकता मैम को नहीं मारता तो वो मुझे जीने नहीं देती। रोज-रोज मैम द्वारा झगड़ा करने और धमकी दिए जाने से मैं तंग आ गया था। मुझे ऐसा लगने लगा था कि एकता मैम मेरी शादी नहीं होने देगी। वह खुद भी मुझसे शादी नहीं करना चाहती थी। मेरे पास उन्हें मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। इसलिए प्लान बनाकर एकता मैम को बुलाया और मार डाला।’
पुलिस ने जिम ट्रेनर का पूरा बयान लिखित में लिया है और रिकॉर्ड भी किया है। पूछताछ में उसने बताया-‘बात करते-करते हम दोनों (एकता और विमल) के बीच अफेयर हो गया था। हम दोनों अक्सर ग्रीन पार्क पार्किंग में गाड़ी में बैठककर बात करते थे। घटना के कुछ दिन पहले मेरी शादी एक लड़की से तय हो गई थी। रोका भी हो गया था। जब भी जिम में किसी अन्य महिला को अगर एक्सरसाइज ठीक से करा देता था तो एकता मैम जलन में मुझसे लड़ने लगती थीं। इस बात पर दिन में कई बार एकता से बहस हो जाती थी। मेरी शादी तय होने की वजह से एकता मैम काफी नाराज थीं। अक्सर लड़ती थीं। धमकी देती थीं कि अगर तुमने मेरे अलावा कही और शादी की तो अच्छा नहीं होगा। मैं एकता को हर दिन एनर्जी ड्रिंक पिलाता था। जिससे थकान कम होती थी’।
एनर्जी ड्रिंक में मिलाईं नशीली गोलियां
पुलिस की पूछताछ में जिम ट्रेनर ने बताया कि मारने से पहले एकता को थकान कम करने वाले एनर्जी ड्रिंक में नशीली गोलियां मिलाकर पिला दिया था। इससे एकता का सिर घूमने लगा। एकता को गाड़ी में जाकर बैठने के लिए कहा था। पीछे से वह खुद भी गाड़ी में आ गया था। गाड़ी के शीशे पर काली फिल्म लगी होने की वजह से कोई उसे देख नहीं सका। हल्के नशे में होने के बाद एकता बहस करने लगी। इस पर उसके नाक पर मुक्का मार दिया। इससे वह बेसुध होकर गिर गई। फिर उसके शव को ठिकाने लगा दिया।
45 मिनट में शव दफनाकर निकला, दोबारा भी गया
शातिर जिम ट्रेनर ने 45 मिनट में शव को दफनाया और फिर निकल गया। 24 जून को सरसैया घाट के सीसीटीवी कैमरे में वह आठ बजे कैद हुआ। फिर वह 8:45 बजे झाड़ी बाबा पड़ाव के सीसीटीवी में कैद हुआ है। पुलिस के मुताबिक इसी बीच जिम ट्रेनर आराम से ऑफिसर्स क्लब गया। वहां पर शव को दफनाकर वह निकल गया। विमल पौने दो बजे फिर ऑफिसर्स क्लब पहुंचा। किसी को शक न हो, इसलिए उसने और मिट्टी भरी। फिर वह निश्चिंत होकर वहां से निकल गया।
शव लेकर पहले गया था गंगा बैराज
एकता के शव को ठिकाने लगाने के लिए विमल सबसे पहले गंगा बैराज गया। वहां भीड़भाड़ होने की वजह से वापस लौट आया। हालांकि इससे पहले उसने एकता के जिम बैग को गंगा में ही फेंक दिया। कंपनी बाग से रावतपुर की तरफ थोड़ी दूर जाकर एकता का मोबाइल तोड़कर सिम और ट्रे को निकाला और अपनी कार की डैश बोर्ड पर रख दिया। पुलिस के मुताबिक विमल को शव दफनाने के लिए सबसे मुफीद स्थान ऑफिसर्स क्लब ही लगा। उसके मुताबिक वहां किसी को शक नहीं होता। यह वह गड्ढा खोदते वक्त भी देख चुका था। वहां पर वह बेखौफ होकर आता और जाता था। इसीलिए किसी को उस पर शक भी नहीं हुआ।
चौबीस जून की वारदात : कब-कब क्या हुआ
- 5:45 बजे जिम ट्रेनर व उसके भांजे ने ग्रीन पार्क का जिम खोला
- 6:00 बजे एकता सिविल लाइंस स्थित जिम से घर के लिए निकली
- 6:10 बजे एकता ग्रीन पार्क पहुंचकर एक्सरसाइज करने लगी
- 7:00 बजे तक एकता ने जिम में एक्सरसाइज किया
- 7:02 बजे अचानक जिम की बिजली चली गई
- 7:15 बजे विमल और एकता जिम में नहीं थे
- 8:00 बजे विमल की कार सरसैया घाट चौराहे पर कैमरे में कैद हुई
- 8:45 बजे विमल की कार झाड़ी बाबा पड़ाव के कैमरे में कैद हुई
- 1:45 बजे विमल वापस ऑफिसर्स क्लब आया पहुंचा
एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर कानपुर कमिश्नरेट हरीश चंदर ने बताया, इस मामले की चार्जशीट जल्दी से जल्दी लगाई जाएगी। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के लिए अनुमति ली जाएगी ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।