कोरोना काल में PM केयर फंड से खरीद लिए घटिया वेंटिलेटर, अचानक हो जाते थे बंद
- कुछ वेंटिलेटर को अनुपयोगी मानते हुए न्यूरोलॉजी विभाग ने उसी समय लौटा दिया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैग को जवाब दिया था एचडीयू और आईसीयू में अलग-अलग वेंटिलेटर का उपयोग किया जाता है। वे अचानक बंद हो जाते हैं। सर्विस इंजीनियर का कोई रिस्पास नहीं मिलता है।
Purchase of ventilator: बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में कोरोना काल के दौरान घटिया वेंटिलेटरों की खरीदारी हुई थी। उनमें उपचार के लिए जरूरी आधुनिक सहूलियतें नहीं थीं। सितंबर-2020 से अगस्त 2021 के बीच पीएम केयर फंड के 5.5 करोड़ रुपयों से 110 वेंटिलेटर खरीदे गए थे। उनमें से कुछ को अनुपयोगी मानते हुए न्यूरोलॉजी विभाग ने उसी समय लौटा दिया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैग को जवाब दिया था एचडीयू और आईसीयू में अलग-अलग वेंटिलेटर का उपयोग किया जाता है। वे अचानक बंद हो जाते हैं। सर्विस इंजीनियर का कोई रिस्पास नहीं मिलता है।
गड़बड़ी का खुलासा सीएजी (भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक) रिपोर्ट में हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमित मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो गई थी। राज्य और केन्द्र सरकारों ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर सुविधाएं बढ़ाने के कई तरह के उपाय किए थे। उसी क्रम में पीएम केयर फंड के 5.5 करोड़ रुपयों से बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में सितंबर 2020 से अगस्त 2021 के बीच 110 वेंटिलेटर खरीदे गए। परीक्षण के बाद 78 वेंटिलेटर का उपयोग किया गया जबकि 22 को बैकअप में रखा गया था। परीक्षण में दस वेंटिलेटर अनुपयोगी मिले थे। कैग ने रिपोर्ट में कहा कि जिन वेंटिलेटर का उपयोग किया जा रहा है, वे भी आवश्यक मानकों से मेल नहीं खा रहे हैं। क्योंकि उनके उपयोग के समय मरीजों को बचाने के लिए बैक-अप वेंटिलेटर रखे जाते हैं। न्यूरोलॉजी के तत्कालीन विभागाध्यक्ष ने वेंटिलेटर अनुपयोगी बताकर लौटा दिए थे।
अचानक बंद हो रहे थे वेंटिलेटर
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैग को जवाब दिया था कि तकनीकी समस्याओं के लिए सर्विस इंजीनियर का कोई रिस्पांस नहीं मिलता है। यह भी कहा गया कि एचडीयू और आईसीयू में अलग-अलग वेंटिलेटर का उपयोग किया जाता है। वे अचानक बंद हो जाते हैं। कोविड-19 रोगियों के प्रबंधन के लिए इन वेंटिलेटर में एडवांस/मल्टिपल मोड उपलब्ध नहीं है। इसलिए पीएम केयर फंड के तहत घटिया वेंटिलेटर की खरीद की पुष्टि होती है।