Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Due to rising pollution all schools up to class 12 will remain closed on November 19 in Hapur DM issued order

यूपी के इस जिले में आज बंद रहेंगे 12वीं तक के सभी स्कूल, डीएम ने जारी किया आदेश

  • लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते हापुड़ में जिला अधिकारी के आदेश पर कक्षा 12 तक के सभी बोर्ड के विद्यार्थियों की मंगलवार को छुट्टी रहेगी। जिलाधिकारी के आदेश के बाद डीआईओएस ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, हापुड़Tue, 19 Nov 2024 08:07 AM
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लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते हापुड़ में जिला अधिकारी के आदेश पर कक्षा 12 तक के सभी बोर्ड के विद्यार्थियों की मंगलवार को छुट्टी रहेगी। जिलाधिकारी के आदेश के बाद डीआईओएस ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जनपद में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त है। अब जिला अधिकारी ने प्रदूषण के कारण स्कूली बच्चों की परेशानी को देखते हुए आज मंगलवार को कक्षा 12 तक के सभी बोर्ड के स्टूडेंट्स की छुट्टी कर दी है। जिलाधिकारी का आदेश के बाद डीआईओएस हापुड़ में निर्देश जारी कर दिए हैं। डीआईओएस डॉ विनीता ने बताया कि मंगलवार को कक्षा 12 तक के स्टूडेंट्स की छुट्टी कर दी गई है। जिलाधिकारी के आदेश कर जिले में कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

हापुड़ प्रदेश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर

प्रदूषण को लेकर रविवार को भी एनसीआर की स्थिति खराब रही। हापुड़ प्रदेश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रिकार्ड हुआ, जबकि बुलन्दशहर भी अब रेड जोन में आ गया है। मेरठ, मुजफ्फरनगर की हवा भी खराब श्रेणी में दर्ज हुई। शनिवार की तरह रविवार को भी मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, हापुड़ आदि की हवा खराब श्रेणी में दर्ज हुई। रविवार को हापुड़ प्रदेश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रिकार्ड हुआ, जहां एक्यूआई 351 दर्ज हुआ। मौसम में बदलाव और हवा की धीमी रफ्तार के बीच मेरठ सहित आसपास के शहरों में प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगा है। हालांकि शनिवार की अपेक्षा रविवार को एक्यूआई थोड़ा कम रिकार्ड हुआ। हापुड़, बुलंदशहर में पीएम-10 और पीएम-2.5 का स्तर भी गंभीर श्रेणी में दर्ज हुआ है।

प्रदूषण से फिलहाल बड़ी राहत की अभी उम्मीद नहीं है। रविवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में हापुड़, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, बुलंदहशर में एक्यूआई 300 से अधिक रिकॉर्ड हुआ, जो रेड जोन में दर्ज हुआ है। हालांकि मेरठ, मुजफ्फरनगर में हवा खराब श्रेणी में रिकार्ड हुआ, लेकिन एक्यूआई 300 से कम रहा। वैसे पीएम-2.5 एवं पीएम-10 के स्तर 400 से 500 के बीच रहा। मेरठ में बीते 48 घंटों से इन दोनों प्रदूषकों के स्तर बेहद गंभीर श्रेणी में बने हुए हैं।

बुलंदशहर में जहरीली हुई हवा

बुलंदशहर में भी धुआं, धूल और हवा में तैर रहे खतरनाक कणों से हवाएं जहरीली हो गई हैं। करीब एक महीने से जहरीली हवाओं में रहने से सांस लेना मुश्किल हो गया है। हालात यह हैं कि आगरा समेत आसपास के जिलो से ज्यादा बुलंदशहर की हवा खराब स्थिति में है। सोमवार को सीपीसीबी की रिपोर्ट में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर 377 पर पहुंचने के साथ रेड जोन में आ गया है। देश में सबसे प्रदूषित शहरों में 14 वें नंबर पर रिकार्ड किया गया है। वहीं आसमान में छा रही धुंध के चलते आंखों में जलन हो रही है। लोगों की आंखें लाल होने के साथ करकराहट महसूस कर रहे हैं। प्रदूषण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण बढ़ने से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। धूल, धुआं और धुंध के चलते घुटन होने लगी है। हवा में घुले जहरीले कणों के कारण लोग सांस तक नहीं ले पा रहे हैं। वहीं आंखों में जलन की समस्या और बढ़ गई है। आंखों में जलन होने से लाल हो रही है। साथ ही करकराहट होने लगी है। इस तरह की समस्या लेकर लोग लगातार अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।

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