दलित होने के कारण बच्चे से साफ कराया स्कूल में शौचालय, कक्षा में किया बंद, मां का आरोप, प्रिंसिपल सस्पेंड
- यूपी के मुजफ्फरनगर में दलित होने के कारण एक छह साल के बच्चे से प्राथमिक स्कूल में शौचालय साफ कराया जाता रहा। बच्चे को मंगलवार को स्कूल में ही बंद कर शिक्षक और प्रिंसिपल घर भी चले गए। मां के आरोपों और शिकायत के बाद एक्शन हुआ है।
यूपी के मुजफ्फरनगर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां दलित होने के कारण एक छह साल के बच्चे से प्राथमिक स्कूल में शौचालय साफ कराया जाता रहा। यही नहीं बच्चे को स्कूल में ही बंद कर शिक्षक और प्रिंसिपल घर भी चले गए। इसकी जानकारी मिलने पर मां की शिकायत की तो खलबली मची। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका और एक शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की है। प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि प्रिंसिपल ने क्लास टीचर पर ठीकरा फोड़ा है। शिक्षिका को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में बनी दो सदस्यीय टीम को मामले की जांच का आदेश दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि यह घटना मंगलवार को हुई, जब जानसाठ क्षेत्र के सरकारी प्राथमिक विद्यालय की पहली कक्षा के छात्र को कक्षा में बंद पाया गया और ऐसा प्रधानाध्यापिका संध्या जैन और 'क्लास टीचर' रविता रानी की कथित लापरवाही के कारण हुआ। इस संबंध में बच्चे की मां ने पुलिस में शिकायत दी है। इसमें उसने आरोप लगाया है कि दोनों अध्यापक उसके बेटे को शौचालय साफ करने के लिए मजबूर करते थे क्योंकि वे दलित बच्चों से नफरत करते हैं।
बच्चे की मां ने आरोप लगाया कि शिक्षकों की लापरवाही के कारण उनका बेटा स्कूल बंद होने के एक घंटे से अधिक समय बाद तक कक्षा में बंद रहा। उन्होंने बताया कि जब उनका बेटा स्कूल बंद हो जाने के बाद भी घर नहीं पहुंचा तो उन्होंने अन्य छात्रों से उसके बारे में पूछा, जिन्होंने अनभिज्ञता जताई।
उन्होंने बताया कि जब वह स्कूल पहुंची तो स्कूल बंद था और बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद ग्रामीणों और परिवार के लोगों ने प्रधानाध्यापिका को बुलाया। बाद में शिक्षिका रविता रानी के पति चाबी लेकर स्कूल पहुंचे और दरवाजा खोला। रानी के पति ने बताया कि बच्चा कक्षा में शायद सो गया होगा।
इस बीच, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) संदीप कुमार ने बताया कि प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया है और शिक्षिका रविता रानी की सेवा पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि की गयी है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में दो सदस्यीय समिति इस मामले की जांच करेगी और तीन दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
कुमार ने बताया कि सभी कर्मचारियों को स्कूल बंद करने से पहले कक्षा की जांच करने के लिए कहा गया है। प्रधानाध्यापिका ने कहा कि उनके साथ ''अन्याय'' हुआ है क्योंकि इस घटना के लिए 'क्लास टीचर' जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अगर बच्चा सो रहा था तो भी कक्षा को बंद करने से पहले उसकी जांच करनी चाहिए थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।