एम्स दिल्ली की तर्ज पर विकसित होगा लखनऊ का पीजीआई अस्पताल, डिप्टी सीएम ने अफसरों को दिए निर्देश
- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि एसपीजीआई में चिकित्सीय सुविधाएं एम्म दिल्ली की तर्ज पर विकसित की जाएंगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि एसजीपीजीआई में चिकित्सीय सुविधाएं एम्स दिल्ली की तर्ज पर विकसित की जाएंगी। यहां पर कई नये विभाग खोले जाएंगे। शनिवार को एनेक्सी सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में उप मुख्य्मंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की है और हम इस दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीजीआई में बेड की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश भी दिए। कहा कि अस्पताल में आने वाला कोई भी मरीज बगैर इलाज के न लौटे।
उपमुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी, स्टेट इनोवेशंस इन फैमिली प्लानिंग सर्विसेज प्रोजेक्ट एजेंसी, सांचीज एवं उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैसिलिटी के कार्यों की भी समीक्षा की। मिशन निरामया की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हम अच्छा कार्य कर रहे हैं। एड्स की जांच और इलाज की हमारे पास सबसे अच्छी व्यवस्था है। एक मिशन की तरह जांच अभियान चलाए जाएं ताकि कोई मरीज न छूटे। चिकित्सा संस्थानों के प्रमुखों के साथ आहूत बैठक में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा जो भी योजनाएं संचालित हैं, उनका लाभ सीधे आमजन को मिलना चाहिए। किसी भी अस्पताल में दवाओं की कमी नहीं है। यूपी देश में अकेला ऐसा राज्य है, जो चिकित्सकों को पांच लाख रुपये तक वेतन दे रहा है।
बैठक में राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा पार्थसारथी सेन शर्मा, एसजीपीजीआई व कल्याण सिंह कैंसर इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. आरके धीमान, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, सैफई के कुलपति प्रो. पीके सिंह, राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. सीएम सिंह, पीजीआईसीएच नोएडा के निदेशक प्रो. एके सिंह, जीआईएमएस ग्रेटर नोएडा के निदेशक ब्रिगेडियर प्रो. राकेश गुप्ता, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. संजीव मिश्रा, सीबीएमआर लखनऊ के निदेशक प्रो आलोक धवन एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।