Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़departments sent uncomplete proposals 30 thousand recruitments got stuck due to negligence of officers

अफसरों की लापरवाही से फंस गईं 30 हजार भर्तियां, विभागों ने भेजे आधे-अधूरे प्रस्ताव

  • 30 हजार से अधिक पदों की भर्तियां फंस गई हैं। कार्मिक विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि आयोगों और बोर्डों को भर्ती का प्रस्ताव ई-अधियाचन से भेजा जाएगा। प्रस्ताव भेजते समय सभी जरूरी जानकारियां दी जाएं, जिससे भर्तियों को लेकर कोई पेंच न फंसे। इसके बाद भी विभाग आधे-अधूरे प्रस्ताव आयोगों को भेज रहे हैं।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, विशेष संवाददाता, लखनऊTue, 21 Jan 2025 05:39 AM
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अफसरों की लापरवाही से फंस गईं 30 हजार भर्तियां, विभागों ने भेजे आधे-अधूरे प्रस्ताव

Jobs in UP: राज्य सरकार के निर्देशों पर विभागों की लापरवाही भारी पड़ रही है। इसके चलते तय समय के अंदर सरकारी विभागों के पद नहीं भरे जा पा रहे हैं। कारण है विभागों द्वारा आधे-अधूरे प्रस्ताव भेजा जाना। लोक सेवा आयोग ने ऐसे 28 और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 131 प्रस्ताव वापस विभागों को भेज दिए हैं। इससे 30 हजार से अधिक पदों की भर्तियां फंस गई हैं। कार्मिक विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि आयोगों और बोर्डों को भर्ती का प्रस्ताव ई-अधियाचन से भेजा जाएगा। प्रस्ताव भेजते समय सभी जरूरी जानकारियां उसमें दी जाएंगी, जिससे भर्तियों को लेकर कोई पेंच न फंसे। इसके बाद भी विभाग आधे-अधूरे प्रस्ताव आयोगों को भेज रहे हैं।

क्या हो रही है लापरवाही

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को प्रस्ताव भेजते समय यह ध्यान देने का निर्देश है कि उसमें सभी जानकारियां दी जाएंगी। मसलन, किस वर्ग के लिए कितने पद आरक्षित हैं। भर्ती की योग्यता क्या है। भर्ती के लिए आयु सीमा क्या है। विभागों में ये पद कितने समय से रिक्त हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन के लिए यूपी वाले ही पात्र होंगे या गैर राज्यों के निवासी भी शामिल किए जाएंगे।

विभागों द्वारा आयोगों को जो प्रस्ताव भेजा जा रहा है उसमें सभी तथ्यों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। सबसे अधिक खामियां पदों के आरक्षण को लेकर है। योग्यता भी स्पष्ट नहीं की जा रही है। इसके चलते प्रस्ताव वापस हो रहे हैं।

आयोगों से पूछ कर खामियां दूर करने के निर्देश

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा विभागों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि रिक्त पदों को भरना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। इसके लिए ई-अधियाचन भेजने की व्यवस्था की गई है। विभागों द्वारा भेजे जाने वाले अधिकतर प्रस्तावों में खामियां हैं। इसके चलते भर्तियों के लिए विज्ञापन आयोग नहीं निकाल पा रहे हैं। इसलिए आयोग के अधिकारियों से संपर्क कर इन खामियों को दूर किया जाए, जिससे भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू हो सके। इसके साथ ही भविष्य में भेजे जाने वाले प्रस्तावों के लिए आयोग से सुझाव लेकर प्रारूप तैयार कर लिया जाए।

कनिष्ठ सहायक के अब 3166 पदों पर होगी भर्ती

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग कनिष्ठ सहायक के 3166 पदों पर अब भर्तियां करेगा। पहले 2702 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा गया था। आयोग की ओर से सोमवार को जारी शुद्धि पत्र में पदों की संख्या बढ़ाए जाने की जानकारी दी गई है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव अवनीश सक्सेना द्वारा सोमवार को इसे जारी किया गया। आयोग ने 26 नवंबर 2024 को विज्ञप्ति जारी कर 2702 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा था। आवेदन लेने की प्रक्रिया 23 दिसंबर 2024 से शुरू होकर 22 जनवरी 2025 तक चलनी है। इसी बीच 31 विभागों ने अपने यहां पदों की संख्या बढ़ाने की सूचना आयोग को दी है। आयोग ने इसके आधार पर संशोधित विज्ञप्ति जारी करते हुए 3166 पदों के लिए अब आवेदन मांगा है। इसमें सामान्य चयन के 2987 और विशेष चयन के 179 पद हैं। आयोग के मुताबिक अर्हता के साथ अन्य सेवा शर्तें पूर्व में प्रकाशित विज्ञप्ति के आधार पर ही रहेंगी। दिव्यांगता श्रेणी के आधार पर दृष्टहीनता, कृम दृष्टि, बधिर, कम सुनाई देना, एक हाथ, एक पैर, दोनों हाथ व दोनों पैर खराब होने वाले पात्र होंगे।

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